दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र स्थित एक कोचिंग सेंटर की बेसमेंट में पानी भर जाने 3 स्टूडेंट की मौत हो गई. जिसके बाद आक्रोशित छात्रों ने शासन और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ये छात्र राजेंद्र नगर और करोल बाग में प्रदर्शन कर न्याय की मांग कर रहे हैं. वहीं अब राजधानी की सियासत भी गरमा गई है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. वहीं सवाल ये है कि इस हादसे की जिम्मेदार आखिर कौन हैं?
घटनास्थल का उपराज्यपाल ने किया दौरा
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित आईएएस कोचिंग संस्थान पहुंचे, जहां 27 जुलाई को डूबने से तीन यूपीएससी अभ्यर्थियों की मौत हो गई थी. प्रदर्शनकारी छात्रों ने उनसे मुलाकात की और अपनी चिंताएं जाहिर कीं. उन्होंने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से भी बातचीत की. उन्होंने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को कार्रवाई का भरोसा दिया.
#WATCH | Delhi LG VK Saxena reaches the IAS coaching institute in Old Rajinder Nagar, where 3 UPSC aspirants died due to drowning on 27th July. Protesting students meet him and voice their concerns. pic.twitter.com/i5JMAnWL5E
— ANI (@ANI) July 29, 2024
UPSC aspirants' death | Delhi LG VK Saxena speaks to protesting students in Old Rajinder Nagar, assures them of strict action in the case pic.twitter.com/OTiFrdOtTV
— ANI (@ANI) July 29, 2024
वहीं अब इस मामले में आरोप- प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. बीजेपी जहां, आम आदमी पार्टी की सरकार और दिल्ली नगर निगम और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रही है. बीजेपी ने इसे हादसे को महज आपदा नहीं बल्कि हत्या करार दिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में तमाम बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी के कार्यालय पर प्रदर्शन किया. बीजेपी ने हादसे की जिम्मेदार जल मंत्री आतिशी और विधायक दुर्गेश पाठक के इस्तीफे की मांग की. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने हादसे में जान गंवाने वाले तीनों स्टूडेंट के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा राशि देने की मांग की. इस दौरान पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल कर उन्हें रोकने की कोशिश की
#WATCH | Delhi BJP chief Virendraa Sachdeva also joins party leaders and workers' protest against AAP Government in Delhi, over the Old Rajinder Nagar incident where 3 students died after the basement of a coaching institute was filled with water on July 27. pic.twitter.com/URsbhevcRW
— ANI (@ANI) July 29, 2024
#WATCH ओल्ड राजिंदर नगर की घटना को लेकर AAP कार्यालय के पास AAP सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को तितर-बितर करने के लिए दिल्ली पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। pic.twitter.com/m5Sz3iJHqK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 29, 2024
वहीं आम आदमी पार्टी के विधायक और पार्षद ने भी एलजी सचिवालय पर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने यह एलजी से दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर को हटाने की मांग को लेकर किया गया. नालों की सफाई न करने पर अफसरों पर कार्रवाई की मांग की.
#WATCH | Delhi: AAP leaders and workers protest outside LG Secretariat, demanding action against MCD Commissioner and officers over the Old Rajinder Nagar incident. pic.twitter.com/cojKFBWcZe
— ANI (@ANI) July 29, 2024
MCD की बड़ी कार्रवाई, JE को किया टर्मिनेट
दिल्ली के राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद दिल्ली नगर निगम की बड़ी कार्रवाई की है. दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर अश्वनी कुमार ने स्थानीय JE को टर्मिनेट किया और AE को निलंबित किया है. हादसे के बाद अधिकारियों पर निगम की पहली बड़ी कार्रवाई हुई है. बता दें इससे पहले निगम ने हादसे वाले कोचिंग सेटंर के आसपास नालों पर किए अवैध अतिक्रमण को हटाया था और राजेंद्र नगर में ही नियमों का उल्लंघन करने वाले 13 कोचिंग सेंटर्स को सील भी किया था.
#WATCH | Action against alleged encroachment being taken in Delhi's Old Rajinder Nagar, where 3 students died due to drowning at an IAS coaching institute on 27th July; Officials from local administration and Police present pic.twitter.com/pSHyKXz4DE
— ANI (@ANI) July 29, 2024
संसद में भी उठा कोचिंग हादसे का मुद्दा
कोचिंग हादसे को स्थानीय सांसद बांसुरी स्वराज ने संसद में उठाया. बांसुरी स्वराज ने कहा कि दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही के कारण बच्चों ने अपनी जान गंवा दी. बांसुरी स्वराज ने आम आदमी पार्टी सरकार की लापरवाही को छात्रों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, ‘एक दशक सेआम आदमी पार्टी दिल्ली में सत्ता भोग रही है. लेकिन दिल्लीवासियों के लिए कोई काम नहीं कर रही. पिछले दो सालों से नगर निगम (एमसीडी) भी दिल्ली सरकार के नियंत्रण में है. दिल्ली जल बोर्ड और ड्रेनेज की सफाई दिल्ली सरकार के नियंत्रण में है, लेकिन फिर भी कोई काम नहीं किया.सांसद बांसुरी स्वराज ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से दिल्ली सरकार को लेकर जांच समिति बनाने का अनुरोध किया.
#WATCH | Speaking about the Old Rajinder Nagar incident, in Lok Sabha, BJP MP Bansuri Swaraj says, "…Those students were in Delhi for the preparation of IAS examinations, but sadly I have to say that due to criminal negligence of Delhi govt, those students have lost their… pic.twitter.com/2alk7SPBDH
— ANI (@ANI) July 29, 2024
समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा, “घटना दर्दनाक घटना है. योजना और एनओसी देनी की जिम्मेदारी सभी अधिकारियों की है तो जिम्मेदार कौन है? और उनके खिलाफ कार्रवाई क्या हो रही है? यह अवैध बिल्डिंग का सिर्फ एक मामला नहीं है, हम यूपी में देख रहे हैं कि अवैध इमारतों पर बुलडोजर चल रहा है, क्या ये सरकार यहां बुलडोजर चलाएगी या नहीं?”
#WATCH | Old Rajinder Nagar incident | "It's a painful incident. It's the responsibility of the officers to plan and provide NOCs, the question is who all are responsible and what actions are being taken against them. It's not just a single case of illegal building, we are seeing… pic.twitter.com/JH7gXphzGg
— ANI (@ANI) July 29, 2024
पुलिस ने अबतक 7 लोगों को किया गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने राजेंद्र नगर में कोचिंग हादसा मामले में अबतक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में बेसमेंट के मालिक और एक व्यक्ति शामिल है. पुलिस ने उस शख्स को भी गिरफ्तार किया है जिसकी गाड़ी की वजह से बिल्डिंग का गेट टूटा. पुलिस का कहना है कि मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कैसे हुआ हादसा?
दरअसल, 27 जुलाई यानि शनिवार को सेंट्रल दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राउजी कोचिंग सेंटर की बेसमेंट में बारिश का पानी भर गया. यहां बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में छात्र पढ़ाई कर रहे थे. लेकिन अचानक पानी आ जाने से वो फंस गए. बिल्डिंग में पावर कट के कारण बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी का बायोमेट्रिक गेट जाम हो गया. स्टूडेंट अंधेरे में लाइब्रेरी के अंदर फंस गए. गेट बंद होने के कारण पानी शुरुआत में बेसमेंट में नहीं घुसा था, लेकिन कुछ मिनट बाद ही पानी का प्रेशर तेज हुआ और गेट टूट गया. कुछ सेकेंड में ही घुटनों तक पानी भर गया. ऐसे में स्टूडेंट बेंच पर खड़े हो गए. महज 2-3 मिनट में ही पूरे बेसमेंट में 10-12 फीट पानी भर गया.
स्टूडेंट को बचाने के लिए रस्सियां फेंकी गईं, 14 लोगों को रस्सियों के जरिए सुरक्षित निकाल लिया गया. लेकिन अंधेरा होने और पानी गंदा होने की वजह से कई स्टूडेंट्स को रस्सियां दिखाई नहीं दी. वो फंस गए. इस हादसे में 2 छात्राओं और 1 छात्र की मौत हो गई थी.
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