सेंट्रल दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में संचालित राव कोचिंग सेंटर में पानी भरने से 3 स्टूडेंट की मौत हो गई. जिसके बाद इस मुद्दे पर बवाल मचा हुआ है. दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर सहित कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं पुलिस ने अब दिल्ली नगर निगम को भी नोटिस जारी कर दिया है. दिल्ली पुलिस ने नोटिस के माध्यम से एमसीडी अधिकारियों से इस घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी मांगी है. दिल्ली पुलिस ने नोटिस में पूछा है कि ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में ड्रेनेज सिस्टम की जिम्मेदारी किस अफसर की है. नोटिस में यह भी पूछा गया है कि इलाके में साफ-सफाई का काम कौन देखता है? क्या क्षेत्र में ठेके पर भी किसी को काम दिया गया था? दिल्ली पुलिस ने निगम अधिकारियों से इससे जुड़ें दस्तावेज भी मांगे हैं.
जानकारी के मुताबिक इस मामले में दिल्ली पुलिस MCD के अधिकारियों से पूछताछ भी कर सकती है. इलाके में जल निकासी सिस्टम ठीक करने की जिम्मेदारी जिस अधिकारी की है उससे पूछताछ की संभावना है.
निगम ने क्या की कार्रवाई?
वहीं दिल्ली के राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद दिल्ली नगर निगम ने भी बड़ी कार्रवाई की है. दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर अश्वनी कुमार ने स्थानीय JE को टर्मिनेट किया और AE को निलंबित किया है. हादसे के बाद अधिकारियों पर निगम की पहली बड़ी कार्रवाई हुई है. बता दें इससे पहले निगम ने हादसे वाले कोचिंग सेटंर के आसपास नालों पर किए अवैध अतिक्रमण को हटाया था और राजेंद्र नगर में ही नियमों का उल्लंघन करने वाले 13 कोचिंग सेंटर्स को सील भी किया था.
क्या है मामला?
दरअसल, 27 जुलाई यानि शनिवार को सेंट्रल दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राउजी कोचिंग सेंटर की बेसमेंट में बारिश का पानी भर गया. यहां बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में छात्र पढ़ाई कर रहे थे. लेकिन अचानक पानी आ जाने से वो फंस गए. बिल्डिंग में पावर कट के कारण बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी का बायोमेट्रिक गेट जाम हो गया. स्टूडेंट अंधेरे में लाइब्रेरी के अंदर फंस गए. गेट बंद होने के कारण पानी शुरुआत में बेसमेंट में नहीं घुसा था, लेकिन कुछ मिनट बाद ही पानी का प्रेशर तेज हुआ और गेट टूट गया. कुछ सेकेंड में ही घुटनों तक पानी भर गया. ऐसे में स्टूडेंट बेंच पर खड़े हो गए. महज 2-3 मिनट में ही पूरे बेसमेंट में 10-12 फीट पानी भर गया.
स्टूडेंट को बचाने के लिए रस्सियां फेंकी गईं, 14 लोगों को रस्सियों के जरिए सुरक्षित निकाल लिया गया. लेकिन अंधेरा होने और पानी गंदा होने की वजह से कई स्टूडेंट्स को रस्सियां दिखाई नहीं दी. वो फंस गए. इस हादसे में 2 छात्राओं और 1 छात्र की मौत हो गई थी. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने घटनास्थल का मुआयना किया. प्रदर्शकारी छात्रों से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
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