इजराइल ने आज सुबह हमास आतंकी संगठन के चीफ इस्माइल हानिया को ढेर कर दिया है. इजराइल ने गाजा, फिलिस्तीन या कतर में नहीं बल्कि ईरान की राजधानी तेहरान में इस्माइल हानिया को मारा है. हमास ने खुद बयान जारी कर अपने चीफ की मौत की पुष्टि की है.
वहीं ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने बयान जारी कर कहा है कि हमला तेहरान में हानिया के ठिकाने को निशाना बनाकर किया गया. इसमें हमास चीफ के साथ-साथ उसका एक बॉडीगार्ड भी मारा गया.
बता दें पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल में हमला किया था. जिसमें 1195 नागरिकों की मौत हो गई थी. तभी से इजराइल ने हमास को खत्म करने की जिद ठान रखी है. इजाराइल हमास के ठिकानों को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. इजराइली एजेंसियां तब से ही हमास चीफ हानिया की तलाश में कर रही थी.
हानिया के घर को ही उड़ाया
हमास चीफ इस्माइल हानिया मंगलवार (30 जुलाई) को ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुआ. इस दौरान हानिया ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से भी मुलाकात की थी. इजारली एजेंसियों को इस बात की जानकारी थी. और आज सुबह ही ईजरायल ने उस घर को ही उड़ा दिया, जिसमें इस्माइल हानिया ठहरा हुआ था.
हिजबुल्लाह का कमांडर भी ढेर
इससे पहले इजराइल ने बेरूत में हिजबुल्ला के ठिकानों पर हमला किया था. इजराइली सेना ने कहा कि गोलन हाइट्स पर किए गए रॉकेट हमले के जिम्मेदार आतंकी कमांडर को निशाना बनाया गया. इस हमले में हिजबुल्लाह सैन्य कमांडर फुआद शुक्र मारा गया था.
कौन था इस्माइल हानिया?
हमास प्रमुख इस्माइल हानिया का जन्म साल 1962 में गाजा पट्टी के अल-शती शरणार्थी शिविर में हुआ था. उसकी शुरुआती-पढ़ाई लिखाई संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा संचालित एक स्कूल में हुई. इसके बाद साल 1981 में उसने अरबी लिटरेचर की पढ़ाई के लिए इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ़ गाजा में एडमिशन ले लिया. यूनिवर्सिटी में ही हानिया ने एक इस्लामिक स्टूडेंट एसोसिएशन की स्थापना की, जो मुस्लिम भाईचेरे से जुड़ा हुआ था. यूनिवर्सिटी से निकलने के बाद साल 1988 में इस्माइल हानिया उन लोगों में शामिल था, जिन्होंने हमास की नींव रखी.
बता दें इस्माइल हानिया को हमास के टॉप लीडर रहे शेख अहमद यासीन का करीबी माना था. साल 1997 में हानिया को शेख अहमद यासीन का पर्सनल सेक्रेटरी बनाया गया.
फिलिस्तीन का प्रधानमंत्री भी रह चुका हानिया
इस्माइल हानिया साल 2006 से 2007 तक फिलिस्तीन प्राधिकरण का प्रधानमंत्री भी रह चुका है. हानिया के प्रधानमंत्री बनने का इजरायल और अमेरिका समेत दुनिया के तमाम देशों ने तीखा विरोध किया. इन देशों ने फिलिस्तीन की फंडिंग रोक दी. कई महीने तक चले तनाव के बाद आखिरकार जून 2007 में राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने इस्माइल हानिया को बर्खास्त कर दिया और उसकी सरकार भंग कर दी. साल 2017 में उसे खालिद मेशाल की जगह हमास चीफ बनाया गया था. तब से ही वो हमास के पॉलिटिकल चीफ के तौर पर काम कर रहा था.
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