संसद से लेकर सदन के बाहर तक कांग्रेस सहित विपक्षी दलों और भाजपा नेताओं के बीच पिछड़े वर्ग को लेकर जुबानी जंग छिड़ी हुई है. इस बीच चर्चा के केंद्र में रहे भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को पूर्व पीएम राजीव गांधी के एक बयान को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को घेरा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया है कि कांग्रेस के पूर्वज पिछड़े वर्गों को बुद्धू कहते थे.
अनुराग ठाकुर ने जोर देकर कहा कि दलितों और आदिवासियों के प्रति कांग्रेस के इतिहास से पता चलता है कि राहुल गांधी की भावना स्पष्ट है.
ठाकुर ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “मेरे बयान की वजह से कुछ लोगों की भावना को ठेस पहुंची है, जिसके परिणामस्वरूप पूरी विपक्षी ईकोसिस्टम चिल्लाने लगा है. उन्हें लगता है कि केवल वे ही सवाल पूछ सकते हैं क्योंकि उन्हें विशेषाधिकार प्राप्त है.”
उन्होंने कहा, “ये वे लोग हैं जिनके पूर्वज पिछड़े वर्ग के लोगों को ‘बुद्धू’ कहते थे. उनके पूर्वज दलितों और आदिवासियों को समानता नहीं देने के बहाने बनाते थे. ये वही लोग हैं जो सोचते थे कि दलित और ओबीसी उनके सामने सूट पैंट कैसे पहन सकते हैं और कोई संविधान कैसे लिख सकता है. मैं बुद्धू नहीं कह रहा हूं.”
भाजपा सांसद ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के एक पुराने बयान का हवाला देते हुए कांग्रेस को घेरा और कहा कि राजीव गांधी दलितों और आदिवासियों के लिए बुद्धू शब्द का इस्तेमाल करते थे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, “बुद्धू शब्द का इस्तेमाल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया था. राहुल गांधी पूरी कांग्रेस जमात पढ़ ले कि राजीव गांधी ने कहा था ‘आरक्षण के नाम पर बुद्धुओं को बढ़ावा नहीं देंगे.’ यह 3 मार्च 1985 को एक अखबार में छपा था. अगर बात निकली है तो दूर तलक जाएगी.”
उन्होंने आगे सवाल पूछा कि पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे राहुल गांधी देश को बताएंगे कि राजीव गांधी के सामने दलित, ओबीसी बुद्धू थे. क्या वे उनके बयान के खिलाफ प्रस्ताव पारित करेंगे?
हिमाचल प्रदेश से आने वाले सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, “जो लोग आज तक विरासत की मलाई खाते आ रहे हैं, आज उनके मुंह में सवाल की खटाई पड़ गई. जब जवाहर लाल नेहरू से सवाल पूछा गया कि दलितों को आरक्षण क्यों नहीं दिया जाता? उन्होंने आदिवासियों का बहाना बनाया कि आरक्षण देने से उनके मन में हीन भावना बढ़ गई जाएगी, इसलिए हम उन्हें आरक्षण नहीं दे रहे हैं.”
बता दें कि संसद में बजट सत्र के दौरान अनुराग ठाकुर ने जातिगत जनगणना की मांग को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला था. उन्होंने टिप्पणी की थी कि जिन लोगों को अपनी जाति का ठीक से पता नहीं है, वे जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं. इस बयान पर समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने ठाकुर पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी.
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