केरल के वायनाड में तबाही का मंजर छाया हुआ है. भूस्खलन के चलते 308 लोगों ने अब तक अपनी जान गवाई है और बचाव अभियान अभी भी जारी है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस बात की जानकारी दी.
वायनाड जिला प्रशासन के अनुसार, मृतकों में 27 बच्चे और 76 महिलाएं शामिल हैं इनमें ज्यादातर मुंडक्कई और चूरलमाला के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से हैं.
इस बीच बारिश के पूर्वानुमानों के मद्देनजर त्रिशूर, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में स्कूल, कॉलेज और ट्यूशन सेंटर सहित सभी शैक्षणिक संस्थान आज यानी 2 अगस्त को भी बंद कर दिए गए है. छुट्टी की घोषणा उस समय हुई जब केरल के मौसम विभाग ने शनिवार तक वायनाड जिले में बारिश का ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है.
केरल में कई स्कूलों को राहत शिविरों में बदल दिया गया है. वहीं मौसम विभाग की ताजा जानकारी के अनुसार, केरल में 5 अगस्त तक भारी बारिश जारी रहने की उम्मीद है. वायनाड में भूस्खलन के तीन दिन बाद बचाव दल मलबे में फंसे लोगों निकालने का काम कर रहे हैं. कई लोग लापता बताए जा रहे हैं ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ने का अनुमान है.
बीते दिन लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड के चूरलमाला में भूस्खलन प्रभावित हिस्से का दौरा किया। मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह वायनाड के लिए एक भयानक त्रासदी है और यहां बहुत कुछ करने की जरूरत है.
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