नई दिल्ली: दिल्ली हाई कोर्ट ने शुक्रवार को ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर में छात्रों मौत मामले में पुलिस को पर बड़ी फटकार लगाई है. साथ ही इस केस में अब तक हुई जांच पर भी प्रश्व चिन्ह लगा दिया है. पुलिस को लताड़ लगाते हुए न्यायालय ने कहा कि शुक्र है कि आपने बेसमेंट में पानी के घुसने पर उस पानी का चालान नहीं काटा है. वही अब कोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है.
दिल्ली उच्च न्यायालय ने राजेंद्र नगर में तीन यूपीएससी अभ्यर्थियों की मौत की जांच CBI को सौंप दी।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) को सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत की CBI जांच की निगरानी के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को नामित करने का निर्देश दिया। pic.twitter.com/ndN0zAGdg5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 2, 2024
कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश मनमोहन की अध्यक्षता वाली बेंच ने ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से हुई 3 छात्रों की मौत मामले पर सुनवाई की. इसमें याचिकाकर्ताओं की तरफ से उच्च स्तरीय चांज की मांग की गई थी. इसमें हाई कोर्ट की तरफ से कड़ी फटकार पुलिस पर लगाई गई है.
कोर्ट ने छात्रों की मौत मामले में पुलिस की तरफ से एसयूबी ड्राइबर की गिरफ्तारी पर भी सवाल खड़े किए गए. उस पर बारिश के पानी से भरी सड़क पर तेज गति से ड्राइबिंग करने का आरोप लगाया गया था. ड्राइवर पर आरोप लगाया गया था कि तेज रफ्तार में निकलने के चलते बेसमेंट का गेट टूटा जिससे पानी अंदर भरने लगा. बता दें कि इस मामले में ड्राइवर मनुज कथूरिया को कोर्ट ने जमानत देकर रिहा कर दिया. वहीं इस पूरे मामले की जांच को सीबीआई को भी सौंप दिया है.
पुलिस के वकील के तरफ से दी गई दलीले सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि आप तो ऐसे बात कर रहे हैं जैसे आपके पास कोई भी शक्ति नहीं है. आप जाकर एमसीडी ऑफिस से फाइल्स जब्त कर सकते हैं वहां सब कुछ मिल जाएगा. आपके अधिकारी नौसिखिए तो नहीं हैं कि सब बताना पड़ेगा कि काम कैसे होता है? बता दें कि ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से 3 सीविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत हो गई थी, जिसके बाद से ही यह मामले लगातार सुर्खियों में बना हुआ है.
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