नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य सभा में विपक्ष (कांग्रेस) को आज जमकर घेरा. कृषि संबंधित प्रश्नों के जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने किसानों के कल्याण और किसानों के विकास के लिए कोई कदम नहीं उठाये.नरेन्द्र मोदी सरकार ने खेती और किसानों की हालत सुधारने के लिए चौतरफा प्रयास किए.
कृषि क्षेत्र के लिए बजट में कम प्रावधान किए जाने के विपक्ष (कांग्रेस) के आरोपों का शुक्रवार को राज्य सभा में जवाब देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस के डीएनए में किसान विरोध है. कांग्रेस की प्राथमिकताएं प्रारंभ से ही गलत रहीं जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किसान फायदे की खेती कर पाए .इसके लिए एक नहीं अनेक कदम उठाए गये हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू 17 साल देश के प्रधानमंत्री रहे और तब देश को अमेरिका से आया सड़ा हुआ लाल गेहूं खाने को विवश होना पड़ता था. कांग्रेस के कार्यकाल में जबरन लेवी वसूल की जाती थी और किसानो की आय बढ़ाने का काम नहीं किया गया. एनडीए की सरकार की योजना कृषि क्षेत्र को संपन्न बनाना है. इसके लिए प्राथमिकताएं तय की गई हैं. इनमें उत्पादन बढ़ाना, उत्पादन की लागत घटाना, उत्पादन के ठीक दाम देना, प्राकृतिक आपदा में राहत की ठीक राशि देना, कृषि का विविधीकरण व प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना शामिल है.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में अकेले कृषि के लिए 27 हजार 763 करोड़ रुपये आवंटित किए गए. इसे मौजूदा बजट में अब बढ़ाकर एक लाख 32 हजार 470 करोड़ रुपये कर दिया गया है. इसके अलावा एक लाख 75 करोड़ का अलग बजट है, जो खेती से जुड़े अन्य कार्यों के लिए हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में सूखे खेतों में पानी पहुंचाने की सिंचाई की व्यवस्था पर कभी ध्यान नहीं दिया गया. मोदी सरकार की प्राथमिकता किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने की है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश जैसे राज्य में कांग्रेस के कार्यकाल में महज 7.5 लाख हेक्टेयर में सिंचाई की व्यवस्था थी, जिसे बढ़ाकर हमने 47 लाख हेक्टेयर कर दिया. केंद्रीय मंत्री ने यहां पर सिंचाई के लिए नदियों को जोड़े जाने का ब्योरा दिया.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नदियों को जीवित करने का काम किया. रिवर लिंकिंग योजना के तहत नर्मदा व क्षिप्रा नदियों को जोड़ा गया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी के कार्यकाल में केन व बेतवा नदी को जोड़ने की स्वीकृति दे दी गई है. अब सूक्ष्म सिंचाई योजना पर काम चल रहा है, जिसे कांग्रेस के कार्यकाल में कभी गंभीरता से नहीं लिया.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि सिंचाई के साथ 109 बीजों की क्वालिटी जारी करने जा रहे हैं, ताकि किसानों को बेहतर उत्पाद व उत्पादन मिल सके. उन्होंने बताया कि देश में खाद्यान्न का उत्पादन 29 मिलियन टन तक पहुंच गया है. बागवानी का 352 मिलियन टन तक पहुंच गया है. दलहन-तिलहन के उत्पादन के क्षेत्र में उत्पादन बढ़ा है और उत्पादकता बढ़ी है.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि वर्ष 2013-14 में खाद पर 80 कराेड़ की सब्सिडी मिलती थी, जिसे बढ़ाकर एक लाख 20 हजार कराेड़ कर दिया गया है. यूरिया के 45 किलाेग्राम के एक पैकेट पर 21 साै रुपये की सब्सिडी दी जा रही है.
हिन्दुस्थान समाचार
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