मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या नाबालिग रेप मामले में बड़ा एक्शन लिया है. योगी ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है. तो वहीं रेप के मुख्य आरोपी मोइद की संपत्तियों की भी जांच के आदेश दिए हैं.
दरअसल, फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद के सहयोगी समाजवादी पार्टी के नेता मोईन खान और एक अन्य राजू खान पर रेप करने का आरोप है. मोईन व राजू पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता के परिजन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर न्याय की गुहार लगायी. न्याय के लिए गुहार लगाने पर मुख्यमंत्री ने रेप पीड़िता के परिजन को आरेपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वस्त दिया था. जिसके बाद मामले में दो पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया है. सस्पेंड होने वाले में पूराकलंदर थानाध्यक्ष रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता शामिल हैं.
मिली जानकारी के अनुसार, नाबालिग लड़की की मां ने मुख्यमंत्री योगी से इस बारे में शिकायत की थी. पुलिस वालों पर ये एक्शन त्वरित कार्रवाई न करने और मुकदमा दर्ज करने में देरी करने के कारण की गई है. सीएम ने अब रेप के मुख्य आरोपी मोइद की संपत्तियों की भी जांच करने के भी आदेश दिए हैं.
क्या है पूरा मामला?
अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में एक बच्ची के साथ बलात्कार की घटना हुई. आरोपियों ने न केवल इस घिनौने अपराध को अंजाम दिया, बल्कि बच्ची का अश्लील वीडियो भी बना लिया और उसे ब्लैकमेल कर लंबे समय तक उत्पीड़ित करते रहे. यह मामला तब सामने आया जब पीड़ित बच्ची दो महीने की गर्भवती हो गई. पीड़िता के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने समय पर कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद, विश्व हिंदू परिषद (विहिप), बजरंग दल और निषाद पार्टी के लोगों ने इस मामले में विरोध जताया, जिसके बाद पुलिस ने समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर अध्यक्ष और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया.
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