नई दिल्ली: भारतीय नौसेना के अग्रणी जहाज आईएनएस तबर को 328वीं रूसी नौसेना दिवस परेड समारोह में भाग लेने के बाद रूसी नौसेना ने पारंपरिक विदाई देकर भारत के लिए रवाना किया. यात्रा के दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन भारत के इस जहाज पर सवार हुए. सेंट पीटर्सबर्ग से रवाना होने से पहले आईएनएस तबर ने रूसी नौसेना के जहाज सूब्राज़िटेलनी के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में हिस्सा लिया.
रूसी संघ की नौसेना की 328वीं वर्षगांठ पर मुख्य नौसेना परेड में भाग लेने के लिए भारतीय जहाज आईएनएस तबर 25 जुलाई को सेंट पीटर्सबर्ग पहुंचा था. यहां रूसी नौसेना के नाविकों ने भारतीय जहाज का गर्मजोशी से स्वागत किया. आईएनएस तबर ने 28 जुलाई को सेंट पीटर्सबर्ग की परेड में हिस्सा लेकर भारत का प्रतिनिधित्व किया. रूसी नौसेना दिवस परेड में भारतीय नौसेना के जहाज तबर की भागीदारी भारत और रूस के बीच समुद्री सहयोग में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. मुख्य नौसेना परेड में भारत का प्रतिनिधित्व वाइस एडमिरल तरुण सोबती और भारतीय नौसेना बैंड के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने किया.
रूस के सेंट पीटर्सबर्ग से रवाना होने से पहले आईएनएस तबर ने 30 जुलाई को रूसी नौसेना के जहाज सूब्राज़िटेलनी के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास (एमपीएक्स) में भाग लिया. इस समुद्री एक्सरसाइज में संचार अभ्यास, खोज और बचाव रणनीति और समुद्र में पुनःपूर्ति सहित कई जटिल नौसैनिक युद्धाभ्यास शामिल थे. दोनों नौसेनाओं के जहाजों ने उच्च स्तरीय पेशेवर दृष्टिकोण और अंतर-संचालन योग्य क्षमता का प्रदर्शन किया. आईएनएस तबर की इस यात्रा का उद्देश्य दीर्घकालिक मित्रता को मजबूत करने के साथ ही दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के नए अवसरों की तलाश करना था.
हिन्दुस्थान समाचार
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