बिहार राज्य अक्सर पुल ढहने की वजह से चर्चा में रहता है लेकिन इसी राज्य के अररिया जिले में प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई है. यहां किसी नदी, नहर या सड़क पर नहीं बल्कि खेत के बीचों बीच पुल का निर्माण किया गया. जिसे देखकर ग्रामीण हैरान हैं और प्रशासनिक अधिकारियों पर टैक्स के पैसे की बर्बादी का आरोप लगा रहे हैं. मामले के प्रकाश में आने पर डीएम इनायत खान ने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं और ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है. उन्होंने पुल निर्माण में लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है. ग्रामीणों का मानना है कि यह पुल बेकार है क्योंकि इसके दोनों ओर सड़क नहीं है. उनका कहना है कि यह निर्माण किसी उपयोग का नहीं है और इसे बनाने में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है.
दरअसल, रानीगंज प्रखंड के परमानंदपुर गांव में एक सूख चुकी नदी पर पुल और करीब तीन किलोमीटर की सड़क के लिए तीन करोड़ रुपये आवंटित किए गए, प्रशासन ने यहां नदी के ऊपर नहीं बीच खेत में ही पुल का निर्माण कर दिया गया और सड़क का अता-पता ही नहीं है. सड़क का निर्माण करने के लिए अब सरकारी जमीन ही नहीं बची. स्थानीय लोगों का कहना है कि राशि हड़पने के लिए प्रशासनिक अधिकारी और ठेकेदार ने मिलीभगत की है.
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