मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित प्रसिद्ध राव कोचिंग सेंटर की बैसमेंट में पानी भरने से तीन यूपीएससी के स्टूडेंट की मौत हो गई थी. जिसके बाद हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार, एमसीडी और पुलिस को फटकार लगाते हुए इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानि सीबीआई को सौंपी थी. अब सीबीआई के अधिकारी राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में जांच करने पहुंचे हैं. जहां ये हादसा हुआ था.
बता दें सीबीआई ने 2 अगस्त को हाईकोर्ट के आदेश के बाद पहली एफआईआर दर्ज की थी. हाईकोर्ट ने केंद्रीय सतर्कता आयोग को समयबद्ध तरीके से सीबीआई जांच की निगरानी के लिए एक सीनियर ऑफिसर की नियुक्त करने को भी कहा है. शुरुआत में दिल्ली पुलिस जांच कर रही थी. दिल्ली पुलिस RAU’s IAS Study Circle के ऑनर और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर चुकी है.
राव आईएएस स्टडी सर्कल को मंजूरी देने में दिल्ली फायर सर्विस की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं. हाईकोर्ट ने राजेंद्र नगर हादसे के लिए दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम और केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई थी. हाईकोर्ट ने तीनों एजेंसियों से घटना को लेकर कई सवाल किए थे. 5 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने भी तीन उम्मीदवारों के डूबने का स्वत: संज्ञान लिया था.
27 जुलाई को हुआ था हादसा
27 जुलाई को हुई तेज बारिश के बाद ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव आईएएस कोचिंग सेंटर की बेसमेंट में पानी भर गया था. वहां लाइब्रेरी में स्टूडेंट पढ़ाई कर रहे थे. पानी का प्रेशर इतना तेज था कोचिंग का दरवाजा तोड़ दिया और लाइब्रेरी के ऑटोमेटिड गेट जाम हो गए. बिजली भी चली गई. जिससे कई छात्र फंस गए. रेस्क्यू करने में परेशानी आई. छात्रों को बचाने के लिए रस्सियां फेंकी गई. कुछ छात्रों को रस्सियों के जरिए निकाला गया. लेकिन इस हादसे में 2 छात्राओं और 1 छात्र की मौत हो गई. जिसके बाद यूपीएससी के स्टूडेंट्स में प्रोटेस्ट करते हुए जिम्मेदारी अधिकारियों को सख्त सजा देने की मांग की है.
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