उत्तर प्रदेश में अलग-अलग शहरों में पिछलों दिनों कुछ हिन्दू परिवारों को पैसों का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने के मामले सामने आएं. ऐसा ही कुछ मेरठ के कंकरखेड़ा का है. जहां ईसाई मिशनरी के एजेंट गरीब हिन्दूओं को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराना चाह रहे थे लेकिन विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ताओं ने उनकी इस कोशिश को नाकाम कर दिया और ईसाई मिशनरी के एजेंट को घेर लिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने 3 महिलाओं सहित 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरूद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम सहित गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है. पुलिस ने मौके से मिशनरी साहित्य व लाउडस्पीकर बरामद किया है. वहीं सहारनपुर का मुख्य षडयंत्रकारी रवि पास्टर घटनास्थल से भागने में सफल रहा, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यहां हर रविवार संडे प्रेयर होती है. संडे प्रेयर के नाम पर हिंदुओं का धर्मपरिवर्तन कराया जा रहा था. आरोप है कि इसाई मशिनरी के एजेंट गरीब हिंदुओं को बहला फुसलाकर उनका ब्रेनवॉश कराकर ईसाई धर्म अपनाने को मजबूर किया जा रहा था.
स्थानीय लोगों ने बताया कि एक महिला कुछ समय पहले ही वहां रहने आई थी, जो किराए के मकान में प्रार्थना सभा की आड़ में मतांतरण का षडयंत्र चला रही थी. इसकी सूचना ग्रामीणों ने विहीन कार्यकर्ताओं को दी. विहिप महामंत्री मनोज त्यागी, रंजन वर्मा कई पदाधिकारियों के साथ खड़ौली पहुंच गए. विहिप कार्यकर्ताओं ने मकान का गेट खुलवाया तो अंदर मौजूद लोगों ने उनके साथ बदसलूकी की. जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.
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