यौन शोषण के आरोप में 11 साल से जेल में बंद आसाराम बापू को जोधपुर हाईकोर्ट ने 11 दिन की पैरोल दे दी है. उच्च न्यायालय द्वारा इलाज के लिए आसाराम को पैरोल दी गई है. जोधपुर हाईकोर्ट के जस्टिस डॉक्टर पुष्पेंद्र सिंह भाटी की खंडपीठ ने आसाराम की अंतरिम पैरोल को मंजूरी दी है. अब पुलिस कस्टडी में आसाराम को इलाज के लिए महाराष्ट्र ले जाया जाएगा.
बता दें आसाराम, 1 सितंबर 2013 से जेल में बंद है. उसने अपनी उम्र को हथियार बनाते हुए, खराब सेहत का हवाला देकर हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जमानत के लिए कई अर्जियां लगाईं लेकिन उसे जमानत या पैरोल नहीं मिली. 11 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि उपचार के लिए उसकी पैरोल की अर्जी मंजूर हुई है
तबीयत बिगड़ने पर एम्स में भर्ती
जोधपुर सेंट्रल जेल में सजा काट रहे आसाराम की तबीयत कुछ दिन पहले बिगड़ी थी. आसाराम को सीने में दर्द की शिकायत थी. जिसके बाद उसे जोधपुर एम्स में उसे भर्ती कराया गया था. वहां मेडिकल चैकअप करने के बाद उसे इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया था. आसाराम की तबीयत खराब होने की सूचना मिलते ही अस्पताल के आसपास उसके समर्थकों का जमावड़ा लग गया था. वहीं बड़ी संख्या में पुलिस बल को अस्पताल के सामने तैनात करना पड़ा.
यौन शोषण का आरोपी है आसाराम
आसाम पर एक लड़की ने यौन शोषण का आरोप लगाया था. लड़की ने अपनी शिकायत में कहा कि 15 अगस्त, 2013 की रात आसाराम ने उसे जोधपुर के पास मणाई स्थित अपने आश्रम में बुलाया और उसके साथ बलात्कार किया. पांच साल से अधिक समय तक चले ट्रायल के बाद 2018 में जोधपुर की एक विशेष POCSO अदालत ने आसाराम को दोषी ठहराया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. पिछले साल, गुजरात की एक अदालत ने आसाराम को 2013 में अपने सूरत आश्रम में एक महिला अनुयायी के साथ कई मौकों पर बलात्कार करने के लिए दोषी ठहराया था. 1 सितंबर 2013 से ही वो जेल में बंद है.
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