स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पंजाब में जहां प्रत्येक जिला मुख्यालय तथा उपमंडल स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किए गए. वहीं भारत-पाक सीमा पर बीएसएफ ने भी 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया.
पंजाब दौरे पर आए बीएसएफ के डीजी दलजीत सिंह चौधरी ने अमृतसर स्थित सेक्टर मुख्यालय बीएसएफ में राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया. इस कार्यक्रम में डॉ. अतुल फुलजेले, आईपीएस, आईजी बीएसएफ पंजाब के अलावा सीमा सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारी और बीएसएफ के जवान उपस्थित थे.
डीजी बीएसएफ चौधरी ने स्वतंत्रता दिवस पर सभी बीएसएफ कर्मियों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने भारत की संप्रभुता को सभी खतरों से बचाने के लिए बीएसएफ की अटूट प्रतिबद्धता को दोहराते हुए लोगों को आश्वासन दिया कि बीएसएफ राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सभी परिस्थितियों में सतर्क रहता है.
दलजीत सिंह चौधरी ने गुरुवार को पंजाब दौरे के दौरान अमृतसर सेक्टर में अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए व्यक्त किए. उन्हें पंजाब बीएसएफ के आईजी डॉ. अतुल फुलजेले ने पंजाब सीमा पर परिचालन तैयारियों के बारे में जानकारी दी. चर्चा में ड्रोन के माध्यम से नशीली दवाओं की तस्करी से निपटने की रणनीतियों और घुसपैठ के प्रयासों को प्रभावी ढंग से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों पर ध्यान केंद्रित किया गया.
डीजी बीएसएफ ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बातचीत की और पाकिस्तान की तरफ से होने वाली तमाम गतिविधियों पर व्यापक चर्चा की. उन्होंने सेक्टर अमृतसर में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों का दौरा किया और खतरों का आंकलन करने और जवाबी रणनीति तैयार करने के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा की. उन्होंने सीमा पार से सभी प्रकार के खतरों का मुकाबला करने और उनसे निपटने के लिए बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर के किए जा रहे प्रयासों की सराहना की.
इसी बीच भारत-पाक वाघा बॉर्डर पर स्वतंत्रता दिवस का जश्न झंडारोहण के साथ शुरू हुआ. यहां डीआईजी बॉर्डर रेंज एसएस चंदेल ने ध्वजारोहण किया. जिसके बाद बीएसएफ के जवानों को मिठाइयां वितरित कीं. इस दौरान पाकिस्तान के अफसरों की ओर से भारतीय सेना के जवानों को मिठाई और फलों का टोकरा दिया गया. इससे पहले बुधवार को अटारी-वाघा सीमा पर बीएसएफ ने पाक रेंजर्स को पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देकर व उपहार में मिठाइयां दी थी.
वाघा बार्डर पर रात 12 बजे सरहद पर पहुंचे भारत से लोगों ने दोनों देशों की सरकारों को उज्जवल भविष्य के लिए एक होने का संदेश दिया. इस दौरान कैंडल मार्च भी निकाला गया व बंटवारे में मारे गए 10 लाख लोगों को श्रद्धांजलि दी गई. लोगों ने हिंदू-पाक भाईचारा जिंदाबाद के नारे लगाए. स्वतंत्रता की रात अटारी बॉर्डर पर बना स्वर्ण द्वार भी तिरंगे के रंग में रंगा नजर आया. हिंद-पाक दोस्ती मंच, फोकलोर रीसर्च अकादमी की तरफ से पंजाब जागृति मंच, साफमा संगठनों की तरफ से इस शांति मार्च निकाला.
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