नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने ग्राहकों को झटका दिया है. एसबीआई ने सीमांत निधि लागत आधारित उधार दर (एमसीएलआर) की दरों में 10 बेसिस प्वाइंट (0.10 प्रतिशत) की बढ़ोतरी की है. ये बढ़ोतरी 15 अगस्त, गुरुवार से लागू हो गई है. इस बढ़ोतरी के बाद अब ग्राहकों को मिलने वाला लोन महंगा हो जाएगा.
स्टेट बैंक की ओवरनाइट एमसीएलआर दर अब 0.10 प्रतिशत बढ़कर 8.20 प्रतिशत हो गया है. बैंक के मुताबिक एक महीने के लिए एमसीएलआर 0.10 प्रतिशत बढ़कर 8.45 प्रतिशत हो गया है. वहीं, तीन महीने के लिए यह दर 8.40 प्रतिशत से बढ़कर 8.50 प्रतिशत हो जाएगा. इसी तरह 6 महीने का एमसीएलआर 8.75 प्रतिशत से बढ़कर 8.85 प्रतिशत, एक साल के लिए ये दर 8.95 प्रतिशत, दो साल के लिए 9.05 प्रतिशत और 3 साल के लिए एमसीएलआर की दर 9.10 प्रतिशत हो गया है.
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने इसी महीने पहले हफ्ते में मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की समीक्षा में लगातार नौवीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया था. हालांकि, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बजट बाद वित्त मंत्री के साथ हुई बैठक के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए कहा था कि बैंक ब्याज दर तय करने के लिए स्वतंत्र हैं.
हिन्दुस्थान समाचार
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