असम के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (ULFA-I) ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कार्यक्रमों को बाधित करने के लिए 19 जगहों पर बम लगाए थे. उनका मुख्य उद्देश्य अपनी ताकत का प्रदर्शन करना था. ULFA-I की ओर से दावा किया गया था कि गुरुवार को गुवाहाटी समेत असम में 25 स्थान पर बम लगाए गए हैं. हालांकि सुरक्षाबलों ने आतंकियों की साजिश को नाकाम कर दिया.
उल्फा के दावे के बाद पुलिस ने कई स्थानों पर अभियान चलाया और बम जैसी चीज बरामद की. सक्रिय हुई पुलिस ने गुवाहाटी, शिवसागर, नलबाड़ी, लखीमपुर आदि में बम जैसी वस्तुएं बरामद की है. गुवाहाटी के गांधी मंडप रोड पर आईईडी बरामद किया गया. शिवसागर में दो स्थानों पर बम जैसी वस्तुएं बरामद की गई है.
इसके अलावा असम के जिन इलाकों में इन बमों को प्लांट किया गया था वो हैं- डीटीओ ऑफिस, ओएनजीसी के गेट नंबर 5, डिब्रूगढ़ लकुआ तिनाली, एएसटीसी, लखीमपुर एएसटीसी, एसपी ऑफिस, लालुक डेली मार्केट, बरघट पुलिस आउटपोस्ट, नगांव मेडिकल कॉलेज, गुवाहाटी, गांधी मंडप, नारेंगी आर्मी कैंप, पान बाजार, जोरबाट ओवरब्रिज, भेटापारा, मालीगांव, राजगढ़, नलबाड़ी और रंगिया शामिल हैं.
असम के पुलिस महानिदेशक ने कहा था कि स्वतंत्रता दिवस समारोह को सफल बनाने के लिए पुलिस हर संभव तैयारी कर चुकी है. बीते वर्षों में धेमाजी और गुवाहाटी में किए गए बम विस्फोट से सबक लेकर पुलिस ने व्यापक तैयारियां की है. इतनी तैयारियों के बीच उल्फा-स्वा ने राज्य के 25 स्थानों पर बम लगाने का दावा कर दिया, जिसके बाद तलाशी अभियान चलाया गया. सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि असम पुलिस को अपने खुफिया तंत्र को अधिक से अधिक लगाकर अपराध संबंधी अग्रिम खुफिया सूचनाएं इकट्ठी करनी चाहिए.
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