नई दिल्ली: भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर शुक्रवार प्रातः प्रार्थना सभा आयोजित की गई. राजघाट के निकट स्थित उनके स्मारक ‘सदैव अटल’ पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित केन्द्रीय मंत्रिमंडल के अनेक सदस्यों व राजनेताओं ने ‘सदैव अटल’ पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनका स्मरण किया.
भारतीय राजनीति में अजातशत्रु के तौर पर देखे जाने वाले भारतीय जनता पार्टी के सबसे चर्चित नेता और कवि हृदय प्रधानमंत्री के तौर पर पहचाने जाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 1998 को 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया था. 25 दिसम्बर 1924 को जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे और फिर जनसंघ से राजनीतिक सफर शुरू करके भारतीय जनता पार्टी के पहले प्रधानमंत्री के तौर पर 1996 में 13 दिनों की सरकार बनाने वाले पहले नेता बने. इसके बाद 1998 से लेकर 2004 तक वे दो बार प्रधानमंत्री चुने गए. अपने नाम के अनुरूप अटल जी भारतीय राजनीति में अपनी अनूठी और अटल छाप छोड़ गए. इसीलिए उनके मरणोपरान्त उनके स्मृति स्थल को सदैव अटल नाम दिया गया है, जहां प्रतिवर्ष 16 अगस्त को भाजपा के वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता श्रद्धासुमन चढ़ाने के लिए एकत्र होते हैं.
शुक्रवार सुबह ‘सदैव अटल’ पर श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, लोकसभा अध्यक्ष के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय स्वास्थय मंत्री जेपी नड्डा, अर्जुन राम मेघवाल, जीतन राम मांझी, जयंत चौधरी, हर्ष मल्होत्रा, अटल जी की दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य, दिल्ली प्रदेश के पदाधिकारी व सांसद आदि प्रमुख रहे.
हिन्दुस्थान समाचार
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