Monday, July 7, 2025
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
Ritam Digital Hindi
Advertisement Banner
  • Home
  • Nation
  • World
  • Videos
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Legal
    • Business
    • History
    • Viral Videos
  • Politics
  • Business
  • Entertainment
  • Sports
  • Opinion
  • Lifestyle
No Result
View All Result
Ritam Digital Hindi
  • Home
  • Nation
  • World
  • Videos
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Legal
    • Business
    • History
    • Viral Videos
  • Politics
  • Business
  • Entertainment
  • Sports
  • Opinion
  • Lifestyle
No Result
View All Result
Ritam Digital Hindi
No Result
View All Result
  • Home
  • Nation
  • World
  • Videos
  • Politics
  • Business
  • Entertainment
  • Sports
  • Opinion
  • Lifestyle
Home Nation

देश में सबसे पहले महाकाल के आंगन में मना रक्षाबंधन, भगवान को चढ़ाई गई वैदिक राखी, सवा लड्डुओं का लगाया भोग

तड़के 2.30 बजे भगवान महाकाल को भस्म आरती के समय पंडे-पुजारियों के परिवार की ओर से राखी अर्पित की गई. उन्हें वैदिक राखी चढ़ाई गई और सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया गया.

Editor Ritam Hindi by Editor Ritam Hindi
Aug 19, 2024, 01:01 pm IST
बाबा महाकाल को बंधी पहली राखी

बाबा महाकाल को बंधी पहली राखी

FacebookTwitterWhatsAppTelegram

उज्जैन: देशभर में आज सावन के पांचवें और अंतिम सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. देश में सबसे पहले उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया. तड़के 2.30 बजे भगवान महाकाल को भस्म आरती के समय पंडे-पुजारियों के परिवार की ओर से राखी अर्पित की गई. उन्हें वैदिक राखी चढ़ाई गई और सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया गया.

दरअसल, विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में सभी प्रमुख त्योहार सबसे पहले मनाए जाते हैं. इसी परम्परा के अनुसार, बाबा महाकाल के आंगन में श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन का पर्व भी सोमवार को सुबह भस्म आरती के दौरान मंगल गीत गाते हुए बाबा महाकाल को राखी बांधकर मनाया गया. महाकाल मंदिर के आशीष पुजारी ने बताया कि रक्षाबंधन के मौके पर बाबा महाकाल को वैदिक राखी बांधी गई है. यह सात दिन में बनकर तैयार होती है. इसमें तुलसी और बिल्व पत्रों का भी उपयोग होता है. पुजारी परिवार की महिलाएं ही इस राखी को बनाती हैं.

इस बार यह खास संयोग रहा कि सावन महीने की शुरुआत सोमवार से हुई और इसका समापन भी आज सोमवार से हो रहा है. महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए भक्त रविवार रात से ही कतार में लगना शुरू हो गए थे. भस्म आरती के लिए रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 2.30 बजे पट खोल दिए गए. भस्म आरती में महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार हुआ. रक्षाबंधन पर्व होने से आज मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ देखते ही बन रही थी. हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने मंदिर पहुंचे थे. जहां उन्होंने बैठक व्यवस्था के साथ ही चलित भस्म आरती के माध्यम से भगवान के दर्शनों का लाभ लिया.

पंडित आशीष पुजारी ने बताया कि श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर आज विशेष संयोग होने से सबसे पहले बाबा महाकाल का शुद्ध जल और फिर पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया, जिसके बाद उनका श्रृंगार कर भस्म रमाई गई. महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से की गई भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल को पंडित आशीष शर्मा के परिवार के द्वारा वैदिक राखी बांधकर रक्षाबंधन पर्व धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान बाबा महाकाल को मावा मिश्री के लड्डू का भोग भी लगाया गया.

मंदिर में 7 दिनों से चल रहा था राखी का निर्माण

पुजारी परिवार की महिलाए भगवान महाकाल के लिए सात दिन से वैदिक राखी का निर्माण कर रही थी. जिसमें तुलसी के पत्ते, लौंग, इलायची, काली मिर्च के साथ ही अन्य औषधियां मिलकर यह राखी बनाई गई थी.

सवा लाख लड्डुओं का भी लगा भोग

बाबा महाकाल के दरबार में रक्षाबंधन पर भगवान के विशेष पूजन अर्चन के साथ ही उन्हें सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाने की भी परंपरा वर्षो से चली आ रही है. यही कारण था कि आज भस्म आरती के पश्चात भगवान को सवा लाख लड्डुओं का भोग भी लगाया गया. मंदिर के पुजारी पंडित घनश्याम गुरु ने भगवान को यह भोग अर्पित किया जिसके बाद श्रद्धालुओं को यह प्रसादी वितरित की गई.

इधर, शाम 4 बजे सावन माह की अंतिम सवारी निकाली जाएगी. महाकाल होलकर मुखारविंद स्वरूप में प्रजा का हाल जानने निकलेंगे. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी सवारी में शामिल होंगे. सीआरपीएफ बैंड साथ चलेगा.

हिन्दुस्थान समाचार  

ये भी पढ़ें- Raksha Bandhan: क्यों मनाया जाता है रक्षा बंधन का त्यौहार? सबसे पहले किसने किसे बांधी राखी? जानें पौराणिक मान्यताएं

Tags: UjjainBaba MahakalRakshabandhanRakshabandhan Specialrakhifestival
ShareTweetSendShare

संबंधितसमाचार

Martyrdom Day of Captain Vikram Batra
Nation

7 जुलाई 1999: कैप्टन विक्रम बत्रा की वीरगाथा- कारगिल युद्ध में बलिदान

Dalai Lama Birthday
Nation

दलाई लामा जन्मदिन: तिब्बत की पहचान और अस्तित्व के लिए चीन के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक

Shyama Prasad Mukherjee Birthday
Nation

देश की अखंडता का सपना, अनुच्छेद-370 का विरोध… जानिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन से जुड़ी बड़ी उपलब्धियां

राष्ट्र ध्वज के निर्माता पिंगली वेंकैया की पुण्यतिथि
Nation

Pingali Venkaiah Death Anniversary: 30 देशों के झंडे की स्टडी के बाद तैयार हुआ तिरंगा, जानिए पिंगली वेंकैया का योगदान

Swami Vivekananda
Nation

स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर विशेष… हिंदू संस्कृति को पूरे विश्व में दिलाया था सम्मान

कमेंट

The comments posted here/below/in the given space are not on behalf of Ritam Digital Media Foundation. The person posting the comment will be in sole ownership of its responsibility. According to the central government's IT rules, obscene or offensive statement made against a person, religion, community or nation is a punishable offense, and legal action would be taken against people who indulge in such activities.

ताज़ा समाचार

Martyrdom Day of Captain Vikram Batra

7 जुलाई 1999: कैप्टन विक्रम बत्रा की वीरगाथा- कारगिल युद्ध में बलिदान

Dalai Lama Birthday

दलाई लामा जन्मदिन: तिब्बत की पहचान और अस्तित्व के लिए चीन के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक

Shyama Prasad Mukherjee Birthday

देश की अखंडता का सपना, अनुच्छेद-370 का विरोध… जानिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन से जुड़ी बड़ी उपलब्धियां

राष्ट्र ध्वज के निर्माता पिंगली वेंकैया की पुण्यतिथि

Pingali Venkaiah Death Anniversary: 30 देशों के झंडे की स्टडी के बाद तैयार हुआ तिरंगा, जानिए पिंगली वेंकैया का योगदान

Swami Vivekananda

स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर विशेष… हिंदू संस्कृति को पूरे विश्व में दिलाया था सम्मान

कजाकिस्तान सरकार ने बुर्के पर लगाया बेैन

कजाकिस्तान ने बुर्के हिजाब पर लगाया बैन, इन देशों में भी है चेहरा ढकने पर रोक, 10 पॉइंट्स में समझें

Old Delhi Railway Stations Name Change Proposal

पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम महाराजा अग्रसेन स्टेशन करने की मांग, जानें इससे जुड़े 10 महत्वपूर्ण तथ्य

Courts Ban Namaz

सार्वजनिक जगहों पर नमाज पर कोर्ट की रोक: 7 अहम फैसले (2018–2025)

ग्रेटर नोएडा

15 प्वाइंट्स में समझे ग्रेटर गाजियाबाद की संकल्पना और जिले का महत्व

Doctors Day

National Doctor’s Day: डॉ. बिधान चंद्र रॉय: एक महान चिकित्सक, दूरदर्शी नेता और राष्ट्र निर्माता

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer

© Ritam Digital Media Foundation.

No Result
View All Result
  • Home
  • Nation
  • World
  • Videos
  • Politics
  • Opinion
  • Business
  • Entertainment
  • Lifestyle
  • Sports
  • About & Policies
    • About Us
    • Contact Us
    • Privacy Policy
    • Terms & Conditions
    • Disclaimer

© Ritam Digital Media Foundation.