गोपालगंज: अनुसूचित जाति और जनजाति आरक्षण में क्रीमी लेयर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ गोपालगंज में भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला. बंद को सफल बनाने के लिए भीम आर्मी, सीपीआईएमएल के सदस्य सड़क पर उतर गए और सभी चौक चौराहों को जाम कर दिया गया. यहां तक की बाइक, ऑटो, बस, सभी को पूरी तरह से जो जहां थे, वहीं खड़ा कर दिया गया. एनएच 27 को घंटों जाम रखा. प्रदर्शन के दौरान एक स्कूल बस फंस गई. सड़क पर आगजनी की गई थी. प्रदर्शनकारियों ने बस को आग के ऊपर से निकाला. इस दौरान बस में 20 से ज्यादा स्कूल बच्चे मौजूद थे. गनीमत रही कि बस में आग नहीं लगी. नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था.
एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा है कि आन्दोलन की आड़ में हंगामा करने वाले की पहचान कर एक-एक व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी. शहर में सुबह 11 बजे तक बंद का असर देखने को नहीं मिला. हालांकि, एससी-एसटी और आदिवासी संगठनों के कार्यकर्ता 11 बजे के बाद सड़क पर उतरे. इस कारण शहर में जाम से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया है. पुलिस जवानों की तैनाती कर दी गई है. बहुजन समाज पार्टी तथा भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन के दौरान अरार मोड, पोस्ट ऑफिस चौराहा, बंजारी चौक, अस्पताल चौक को पूरी तरह से जाम कर दिया. लगभग दो घंटे तक पूरी तरह से जाम रहा, जिससे यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है. सड़क को घेर कर परिवहन को रोक दिया गया था। जिसके कारण गाड़ियों की लंबी लाइन लगी रही है.
इन कार्यकर्ताओं का कहना था कि आरक्षण के नाम पर कभी संसद तो कभी सुप्रीम कोर्ट तरह-तरह के फरमान जारी कर रही है. ऐसे में बाबा साहब अंबेडकर के बनाए संविधान पर खतरा नजर आ रहा है. समय-समय पर आरक्षण पर सवाल उठाए जा रहे हैं. इसके खिलाफ यह लोग सड़क पर उतरे हैं. हम लोग मांग करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट में लिया गया निर्णय के खिलाफ संसद में सरकार अध्यादेश ले तथा बहुजन समाज के हित में फैसला सुरक्षित करें.
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