बांग्लादेश में हिंदुओं की आवाज को हर तरह से दबाया जा रहा है. हिंदुओं पर हिंसा और उनपर अत्याचार की घटना के बाद अब वहां की जमीनी सच्चाई और हिंदुओं की आवाज उठाने वाले समाचार चैनल को बांग्लादेश सरकार ने बैन कर दिया है. मीडिया की स्वतंत्रता पर एक और आघात करते हुए बांग्लादेश सरकार ने प्रमुख समाचार चैनल सोमोय टीवी पर बैन लगा दिया है.
आपको बता दें कि यह चैनल विशेष रूप से हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों की खबरें दिखा रहा था, जिससे सरकार नाखुश थी. जिसके बाद चैनल को बैन कर दिया गया. सरकार के इस कदम से चैनल से जुड़े 1000 से अधिक लोगों की नौकरियां एक साथ चली गई हैं, जिससे हजारों परिवारों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है.
सोमोय टीवी बांग्लादेश के सबसे लोकप्रिय समाचार चैनलों में से एक है, जिसके 2 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर हैं. चैनल ने अपने विस्तृत रिपोर्टिंग और निष्पक्ष पत्रकारिता से दर्शकों के बीच एक विशेष पहचान बनाई थी. चैनल का अचानक बंद होना बांग्लादेश में मीडिया की स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल खड़े करता है. यह बैन ऐसे समय में लगाया गया है जब देश में लोकतांत्रिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर लगातार चिंता व्यक्त की जा रही है.
चैनल के बंद होने से जुड़े कर्मचारियों और पत्रकारों में गहरी निराशा है. पत्रकारों ने सरकार के इस कदम को लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताया है. एक पत्रकार ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “यह तानाशाही का जीवंत उदाहरण है. मीडिया की आवाज को दबाने का यह तरीका लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है.”
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