कोलकाता रेप-मर्डर केस में आज देश की सर्वोच्च अदालत में सुनवाई हुई. इस दौरान राज्य सरकार के वकील कपिल सिब्बल का शर्मनाक और अमानवीय व्यवहार देखा गया. जब इस केस में दलीलें पेश की जा रही थी तो कपिल सिब्बल हंस गए. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट और एसजी ने उन्हें लताड़ लगाई.
तब सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता पुलिस और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का जिक्र किया और देर से FIR दर्ज करने पर सवाल किए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा लड़की का शव मिलने के 3 घंटे बाद प्राथमिकी क्यों दर्ज नहीं की गई. पहले एफआई क्यों नहीं दर्ज की गई.
जिसके बाद वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि पीड़िता के पिता ने ही 11:45 बजे एफआईआर दर्ज की कराई. जिसपर चीफ जस्टिस ने कपिल सिब्बल को फटकार लगाई और कहा अपराध अस्पताल में हुआ था. क्या अस्पताल प्रशासन को एफआईआर दर्ज नहीं करानी चाहिए थी. अस्पताल के अधिकारी और कर्मचारी इतने घंटों तक किसका इंतजार कर रहे थे.
इस बात का कपिल सिब्बल जवाब नहीं दे पाए और चुप हो गए. जिसके बाद मामला गंभीर हो गया. हद तो तब हो गई जब एसजी कोर्ट में सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट पर अपनी बात रख रहे थे इसी दौरान कपिल सिब्बल हंस गए. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सख्त नाराजगी जताते हुए सिब्बल को लताड़ लगाई और कहा, “एक लड़की का रेप हुआ है, उसकी हत्या हुई है, उसके माता-पिता रो रहे हैं और आप कोर्ट में हंस रहे हैं, आपको शर्म आनी चाहिए.”
सोशल मीडिया पर कपिल सिब्बल की उस शर्मनाक व्यवहार पर को खूब शेयर किया जा रहा है. यूजर कपिल सिब्बल को ट्रोल कर रहे हैं. एक यूजर्स ने लिखा “असंवेदनशील सिब्बल. जज न्याय दिलाने में राज्य पुलिस की अक्षमता पर टिप्पणी कर रहे हैं और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल हंस रहे हैं और स्थितियों का मजाक उड़ा रहे है.” एक अन्य यूजर ने लिखा है कि सिब्बल भी बेशर्मी से पीड़िता के पिता से देर से एफआईआर कराने को लेकर सवाल खड़ा कर रहे हैं.
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