अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान का महिला विरोधी चेहरा अब सामने आ रहा है. तीन साल के शासन के दौरान तालिबान ने महिलाओं को पर कई कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. वहीं अब तालिबान ने हद कर दी है. तालिबान की अच्छाई मिनिस्ट्री में अब नया फरमान जारी किया है. जिसके मद्देनजर सार्वजनिक स्थानों पर औरतों के चेरहा दिखाने और आवाज निकालने पर पाबंदी लगाई गई है. यानि कि अब तालिबानी महिलाएं किसी भी सार्वजिनिक स्थान पर ना कुछ बोल सकेंगी और ना ही शक्ल दिखाएंगी. उन्हें पूरी तरह से शरीर को ढककर ही बाहर निकालना होगा. इस कानून को वहां सर्वोच्च नेता अखूनदजद ने मंजूरी दे दी. जिसके बाद वो पूरे देश में लागू कर दिया गया. इस कानून के अनुसार औरतों को अपने सिर से लेकर पैर तक पूरा ढकना है, जिससे कि और लोगों के दिल में कोई भी जज़्बात पैदा न हो पाएं.
दअसल, 2021 में तालिबान सत्ता में आया था. जिसके बाद ही वहां की सरकार ने महिलाओं पर नैतिकता को बढ़ावा देने के नाम पर कड़े प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया. तालिबान में महिलाओं की स्थिति बेहद निंदनीय है. वहां महिलाएं घरों में कैद होकर रह गई है. तालिम भी सिर्फ 5वीं कक्षा तक ले सकती हैं. इसके ऊपर बच्चियों को पढ़ाई करना वर्जित है. इतना ही नहीं अगर महिलाओं को घर के बाहर जाना है तो उन्हें घर के किसी पुरूष सदस्य को साथ ही जाना होगा. औरतों को खून का रिश्ता वाले पुरूषों को छोड़कर अन्य आदमियों की तरह देखना तक मना है.
तालिबान में औरतें मनचाहे वस्त्र नहीं पहन सकती, ब्यूटी पार्लर नहीं जा सकती और अब नए फतवे ने उनकी बोलने की आजादी भी छीन ली है. आपको बता दें तालिबान में सार्वजनिक स्थानों पर गाना बजाना प्रतिबंधित है. वाद्ययंत्रों को खोज-खोजकर तोड़ा जा रहा है. वहीं पुरूषों को दाढ़ी बनवाना अनिवार्य किया गया है. हाल ही में तालिबान ने अपने सुरक्षा दस्ते में से कई आदमियों को इसलिए नौकरी से निकाल दिया क्योंकि वे दाढ़ी नहीं बढ़ा रहे थे.
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