प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड और यूक्रेन की अपनी दो देशों की यात्रा के समापन के बाद स्वदेश वापस लौट आए हैं. पीएम मोदी राजधानी दिल्ली के पालम एयरपोर्ट उतरे. जहां से वो अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए. बता दें पीएम मोदी यूक्रेन की यात्रा करने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi arrives at Palam airport in Delhi after concluding his two-nation visit to Poland and Ukraine
(Source: DD News) pic.twitter.com/QCdCwqIDQT
— ANI (@ANI) August 24, 2024
उनका ये दौरा कई मायने में खास रहा कि यूक्रेन की आजादी के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली कीव यात्रा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस बात को माना है कि भारत अपना रुख बदल दे तो रूस से जंग खत्म हो सकती है.
प्रधानमत्री मोदी ने कीव से रवानगी से पहले रूस और यूक्रेन को बातचीत की मेज पर आने का प्रस्ताव दिया था. प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा रूस की यात्रा के ठीक छह हफ्ते बाद हुई है. मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भी बातचीत के जरिये युद्ध में शांति लाने की अपील की थी. अब माना जा रहा है कि उनकी अपील पर दोनों देश बातचीत की दहलीज तक पहुंच सकते हैं.
भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने कल कीव में स्कूल ऑफ ओरिएंटल स्टडीज में हिन्दी भाषा सीख रहे यूक्रेनी विद्यार्थियों से बातचीत की. प्रधानमंत्री ने छात्रों की मेधाविता और दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी समझ को बढ़ावा देने में उनके योगदान की सराहना की. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन सरकार को चार ‘भीष्म (सहयोग, हित और मैत्री के लिए भारत स्वास्थ्य पहल) क्यूब्स’ की सौगात दी. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मानवीय सहायता के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया. ‘भीष्म क्यूब्स’ से घायलों के शीघ्र उपचार में काफी मदद मिलेगी और इसके साथ ही अनमोल जीवन बचाने में काफी योगदान मिलेगा.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि भारत यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध समाप्त कराने के वैश्विक कूटनीतिक प्रयासों में एक ‘महत्वपूर्ण’ भूमिका निभा सकता है. जेलेंस्की ने कहा कि वह भारत की यात्रा करने को लेकर उत्सुक हैं. जेलेंस्की ने कहा, ‘जब आप रणनीतिक साझेदारी, कुछ बातचीत शुरू करते हैं, तो आपको समय बर्बाद नहीं करना चाहिए. इसलिए मुझे लगता है कि फिर से मुलाकात करना अच्छा रहेगा, और अगर हमारी बैठक भारत में होगी, तो मुझे खुशी होगी. उन्होंने कहा, ‘मुझे काफी जरूरत है कि आपका देश हमारे पक्ष में रहे. जेलेंस्की ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी, पुतिन के मुकाबले शांति के ज्यादा समर्थक हैं. समस्या यह है कि पुतिन (शांति) नहीं चाहते.”
हिन्दुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें- हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का येलो अलर्ट, भूस्खलन से 73 सड़कें बंद, प्रशासन ने लोगों से की सतर्क रहने की अपील
ये भी पढ़ें- शिखर धवन ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से लिया संन्यास, वीडियो जारी कर की रिटायरमेंट की घोषणा
कमेंट