यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानि यूपीआई की सफलता से उत्साहित भारतीय रिजर्व बैंक अब यूनिफाइड लेडिंग इंटरफेस यानि यूएलआई लॉन्च करने जा रहा है. इसके जरिए लोगों को लोन मिलना बेहद आसान हो जाएगा.
दरअसल, इस यूएलआई सिस्टम के जरिए आम आदमी खासकर गांवों के लोग बिना किसी कागजी कार्रवाई के घर बैठे लोन ले सकेंगे. किसान, एसएसएमई उद्योगों को लोन लेकर अपनी खेती और कारोबार आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. बता दें आरबीआई इस प्रोजेक्ट के लॉन्चिंग पर पिछले साल से काम कर रहा है. जल्द ही इस लॉन्च किया जाएगा.
यूपीआई सिस्टम परबेस्ड फोनपे, गूगल पे और पेटीएम ऑनलाइन ऐप ने आज पेमेंट लेनदेन को काफी आसान बना दिया है. इसकी निगरानी नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया यानी NPCI कर रहा है. आरबीआई भी ऐसा ही एक प्लेटफॉर्म ULI आ रही है, जिस पर कई सारे लेंडिंग ऐप बेस्ड होंगे. लोगों को लोन को लेने के लिए कागजी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं होगी. एक क्लिक पर लोन आपके लिंक बैंक अकाउंट में पहुंच जाएगा.
जिस तरह से यूपीआई के आने के बाद पेमेंट सिस्टम में क्रांति देखने को मिली और उसके तौर तरीकों में बड़ा बदलाव आया, ठीक ऐसी ही उम्मीद लोन सेक्टर में बदलाव के लिए जताई जा रही है.
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा कि जल्द ही डिजिल लेंडिंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जाएगा. उन्होंने कहा, जिस तरह यूपीआई ने पेमेंट सिस्टम को बदल दिया, हम उम्मीद करते हैं कि यूएलआई भारत में कर्ज लेने के सेक्टर को बदलने की क्षमता रखता है.आरबीआई गवर्नर ने कहा कि इससे खासकर खेती और छोटे रोजगार करने वाले यूजर्स को कर्ज लेने में आसानी होगी. शक्तिकांत दास ने कहा कि जनधन-आधार, यूपीआई और यूएलआई की ‘नई त्रिमूर्ति’ देश के फाइनेंशियल सेक्टर में बड़ा बदलाव लेकर आएगी.
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