राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानि आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उन्हें एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) सिक्योरिटी दी गई है. इससे पहले मोहन भागवत को जेड प्लस की सिक्योरिटी दी गई थी लेकिन आईबी के अलर्ट के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाकर एडवांस सिक्योरिटी लाइजन कर दिया है. मौजूदा समय में उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी CISF के कंधों पर है. उनकी सुरक्षा में 58 कमांडो क्लॉक वाइज तैनात रहते हैं.
नई सिक्योरिटी के मुताबितक, अब CISF की टीम उस स्थान पर पहले से ही मौजूद रहेगी जहां मोहन भागवत को जाना होगा. रिपोर्ट के मुताबिक, ASL सिक्योरिटी में बहुस्तरीय सुरक्षा का घेरा होता है. चॉपर यात्रा की अनुमति केवल विशेष रूप से डिजाइन किए गए हेलीकॉप्टरों में ही दी जाती है. जिसके लिए अलग तरह का प्रोटोकॉल होता है. वहीं वो शख्स जहां भी जाता है. उस राज्य की पुलिस, जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग सहित सभी स्थानीय एजेंसियों को मिलकर काम करना होता है.
बता दें भारत में 4 तरह की सुरक्षा कैटेगरी है जिसमें X, Y, Z और Z प्लस सुरक्षा कैटेगरी होती है और इसमें Z प्लस कैटेगरी सबसे बड़ी सुरक्षा कैटेगरी होती है. इन लोगों की सुरक्षा पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च हो जाते हैं. X कैटेगरी की सुरक्षा व्यवस्था में 2 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं. वहीं Y कैटगिरी सुरक्षा वीआईपी लोगों को दी जाती है. इसके तहत 11 सुरक्षाकर्मी मिलते हैं. इनमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ शामिल होते हैं. Z कैटेगरी स्तर की सुरक्षा में सुरक्षाकर्मियों की संख्या डबल हो जाती है. इसमें 22 सुरक्षाकर्मी होते हैं जिसमें NSG भी शामिल होते हैं. सुरक्षा में एक एस्कॉर्ट कार और कमांडोज सब मशीनगन और आधुनिक संचार के साधनों से लैस रहते हैं. Z + कैटेगरी स्तरीय सुरक्षा में एक-दो नहीं बल्कि 36 सुरक्षाकर्मी लगे होते हैं. जिसमें एनएसजी के भी 10 कमांडोज होते हैं. ये कमांडोज अत्याधुनिक हथियारों से लैस होते हैं. आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान उनकी सुरक्षा में लगाए जाते हैं.
भारत के प्रधानंत्री और पूर्व प्रधानमंत्रियों के साथ उनके करीबी परिजनों को सुरक्षा के लिए 4 लेयर की सिक्योरिटी होती है. वहीं स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) भी उनकी सुरक्षा सुरक्षा में तैनात रहती है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश के शीर्ष पद पर बैठे नेता और उनके परिजनों की सुरक्षा देने के लिहाज से एसपीजी की स्थापना की गई. जो अबतक जारी है.
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