उत्तराखंड में कार्बेट सिटी राम नगर को इन दिनों बड़े जनसंख्या असंतुलन का सामना करना पड़ रहा है. तेजी से बढ़ती मुस्लिम आबादी और अबैध कब्जे इन दिनों खूब सुर्खियों में है. रामनगर की जनसंख्या में पिछले कुछ सालों में अप्रत्याशित रुप से बढ़ती मुस्लिम आबादी को साफ महसूस किया गया है. दूसरे राज्यों से उत्तराखंड आए ये लोग न केवल वहां रह रहे हैं बल्कि भूमियों पर अवैध कब्जे भी कर रहे हैं.
उत्तराखंड बढ़ती मुस्लिम जनसंख्या और कोसी नदी के किनारों पर होते अवैध कब्जे व अतिक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तरफ से स्पेशन इन्वेस्टिगेशन टीम को गठित किया गया है. इस खबर के सामने आने के बाद से ही भू माफियाओं और पुछड़ी क्षेत्र में हलचल तेज हो गई है.
बता दें कि उत्तराखंड में पुछड़ी वो बस्ती है जो कोसी नदी के आस पास अवैध रुप से बस गई है. बीते दिनों में यहां पर भू माफिया काफी एक्टिव हो गए हैं और स्टेंप पेपर भू जमीनों की बेच और खरीद रहे हैं. इन माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है. पुलिस और वन विभाग की तरफ से अवैध कब्जों को खाली करने के लिए नोटिस जारी किया गया है साथ ही मकान खाली करने के निर्देश भी दिए गए हैं.
पिछले कई सालों में कार्बेट सिटी राम नगर को रहमत नग बनाने के लिए कई चालें चली गई है, सोशल मीडिया पर इसे साफ देखा जाता है. पुछड़ी क्षेत्र में दूसरे शहरों से आए मुस्लिम अवैध कब्जे कर वहां अपने मकान बना रहे हैं. यह समस्या दिन प्रतिदिन और भी ज्यादा गंभीर होती जा रही है.
बता दें कि कार्बेट सिटी के तौर पर जाना जाने वाला रामनगर एक बड़ा टूरिस्ट प्लेस है जहां बड़ी संख्या में पर्यटन घूमने के लिए आते हैं. मूल रूप से यह पूरा क्षेत्र वन विभाग के अंतर्गत आता है जिस पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है. इस क्षेत्र में बड़े स्तर पर आम, लीची, अमरूद और अन्य फलों को पैदा किया जाता है. कोसी नदी में बड़े स्तर पर खनन का काम भी किया जाता है, बड़ी संख्या में मजदूर यहां खनन के लिए आते हैं और बारिश के मौसम में अपनी झोपड़ियों को खाली करके चले जाते हैं मगर बीते कुछ साल से यहां की सूरत बिल्कुल बदल चुकी है.
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