नई दिल्ली: मूसलाधार बारिश की मार और बाढ़ की विभीषिका से घिरे गुजरात पर फिलहाल असना तूफान के रूप में तब्दील हुए चक्रवात से होने वाली तबाही का खतरा टल गया. गुजरात सरकार ने एहतियातन कच्छ तट को खाली करा लिया था. तूफान के ओमान की तरफ मुड़ जाने से प्रशासन ने राहत की सांस ली. इस तूफान को असना नाम पाकिस्तान ने दिया है. बावजूद इसके इस राज्य को अभी बरसात से राहत मिलती नहीं दिख रही.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आगामी दो-तीन दिन तक 17 राज्यों में भारी बारिश का पूर्वानुमान आज सुबह जारी किया है. विभाग के अनुसार, इस बीच मध्य और निकटवर्ती उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना है. इसके प्रभाव से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में अगले दो से तीन दिन अत्यधिक वर्षा होने की संभावना है. मौसम विभाग ने अगले सात दिन तक जिन राज्यों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है उनमें गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं.
गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ पर कल दिन भर चक्रवात का खतरा मंडराता रहा. चक्रवात के असर से तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई. मगर देररात असना तूफान के रूप में तब्दील हुए चक्रवात के ओमान की तरफ मुड़ जाने से तबाही की आशंका टल गई. उल्लेखनीय है कि वर्ष 1976 के बाद अगस्त के महीने में यह पहला मौका है जब अरब सागर से कोई चक्रवात उठा. इसकी हलचल शुक्रवार सुबह 11:30 बजे तक भुज से 190 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर पश्चिम में दिखी. विभाग ने कहा है कि अब यह पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा. इसके प्रभाव से 24 घंटे के दौरान गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में मूसलाधार बारिश हुई है.
हिन्दुस्थान समाचार
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