संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में 2 महीने बाद राष्ट्रपति के चुनाव होने जा रहे हैं. रिपब्लिकन पार्टी से डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी से कमला हैरिस के बीच सीधी टक्कर है. दोनों दलों के नेता एक दूसरे पर तीखी बयानबाजी कर रहे हैं. ऐसे में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक पोस्ट पर बवाल मचा हुआ है.
अमेरिका का झंडा जलाने वाली पोस्ट
दरअसल, ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दुनिया भर में बढ़ते इस्लामी कट्टरपंथ पर प्रहार किया है. साथ ही अप्रवासी और मुस्लिम कट्टरपंथियों से अमेरिकी लोगों को सचेत रहने की सलाह दी है. ट्रंप ने एक फोटो साझा की जिसमें मुस्लिम टोपी पहने लोग अमेरिका का झंडा जलाते दिख रहे हैं. इसके साथ ही ट्रंप ने लिखा कि मिलिए, अपने नए पड़ोसियों से. उन्होंने लिखा कि यदि कमला हैरिस चुनाव जीतीं तो यही सब आपके पड़ोस में होगा’. जिसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट को लेकर सेकुलर लोग और डेमोक्रेट भड़के हुए हैं. उन्होंने ट्रंप की आलोचना करना शुरू दिया है.
पश्चिम देशों में फैलाई जा रही अराजकता
बता दें पूर्व राष्ट्रपति का इशारा, पश्चिमी देशों में अप्रवासी खासकर मुस्लिम देशों के लोगों द्वारा फैलाई जा रही अराजकता से है. ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, डेनमार्क, नार्वे और अनेक अन्य यूरोपीय देशों में मुस्लिम ‘शरणार्थियों’ के उत्पात और फिलिस्तीन के समर्थन में उपद्रव और आगजनी करने की घटनाएं अभी भी जारी हैं. अमेरिका के लोग भी पश्चिमी देशों में हो रहे घटनाक्रम से अछूते नहीं है. वो जानते हैं कि इस्लामी आतंक के हस्तक किस हद तक जा सकते हैं. अमेरिकी, जार्ज सोरोस को वे बखूबी जानते हैं कि वह कितना बड़ा वामपंथी, जिहादी सोच का पोषक है.
शरणार्थियों के लिए नरम नेता कमला हेरिस
ट्रंप ने इसी इस्लामी कट्टरपंथियों से अमेरिकी लोगों को सचेत रहने के लिए कहा है. दरअसल, डेमोक्रेट पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस की छवि शरणार्थियों के लिए नरम नेता वाली है. इसलिए कई मुस्लिम प्रवासियों के संगठन भी कमला को राष्ट्रपति पद देखना चाहते हैं क्योंकि वो जानते हैं कि अगर कमला हैरिस जीतीं तो वो लोग खुलकर अपनी मनमानी कर पाएंगे. बता दें अमेरिका में बड़ी संख्या में अप्रवासी तथा मुसलमान डेमोक्रेटिक पार्टी के वोटबैंक माने जाते रहे हैं. यहीं वजह है कि ट्रंप ने अप्रवासी और इस्लामिक कट्टरपंथियों को लेकर सचेत करते हुए इशारा किया है.
डोनाल्ड ट्रंप के इस पोस्ट पर भले ही डेमोक्रेट हंगामा कर रहे हों लेकिन ट्रंप की बात एक गंभीर मुद्दे को ओर इशारा करती है. पश्चिम में जारी घटनाक्रमों को देखते हुए उनकी ‘चेतावनी’ को हल्के में लेना नहीं चाहिए. ट्रंप हमेशा से अमेरिका के हित का मुद्दा उठाते रहते हैं.
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