पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा समाप्त करने और स्थायी शांति लाने के लिए बुधवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में केंद्र, त्रिपुरा सरकार और राज्य के दो उग्रवादी समूहों के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, त्रिपुरा CM माणिक साहा और अन्य की उपस्थिति में गृह मंत्रालय में भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, एनएलएफटी (नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा) और एटीटीएफ (ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, NLFT और ATTF के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ” यह समझौता पूर्वोत्तर के लिए 12वां और त्रिपुरा से जुड़ा तीसरा समझौता है. अब तक लगभग 10,000 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, हथियार छोड़ दिए हैं और मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं. और संपूर्ण त्रिपुरा के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है.”
#WATCH दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, " यह समझौता पूर्वोत्तर के लिए 12वां और त्रिपुरा से जुड़ा तीसरा समझौता है। अब तक लगभग 10,000 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, हथियार छोड़ दिए हैं और मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं…आज, एनएलएफटी और एटीटीएफ के साथ समझौते और आत्मसमर्पण… pic.twitter.com/kOikzbwOZg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 4, 2024
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि, आज, एनएलएफटी और एटीटीएफ के साथ समझौते और आत्मसमर्पण के साथ लगभग 328 से अधिक सशस्त्र कैडर मुख्यधारा में शामिल हो जाएंगे. पीएम मोदी जब से देश के प्रधानमंत्री बने हैं तब से उन्होंने शांति और संवाद के जरिए सक्षम और विकसित पूर्वोत्तर का विजन देश के सामने रखा है। पूर्वोत्तर के लोगों और दिल्ली के बीच काफी दूरी थी। उन्होंने न केवल सड़क, रेल और हवाई संपर्क के माध्यम से इस दूरी को मिटाया बल्कि लोगों के दिलों के बीच की दूरियों को भी मिटाया.
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