नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने छात्रों के डमी यानि फर्जी नामांकन के लिए दिल्ली और राजस्थान के कई स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. फर्जी स्कूलों पर नकेल कसने के लिए सीबीएसई ने 3 सितंबर को राजस्थान और दिल्ली के 27 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया था. इन निरीक्षणों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि बोर्ड से संबद्ध स्कूल सीबीएसई द्वारा निर्धारित मानदंडों और उपनियमों का सख्ती से पालन कर रहे हैं और डमी स्कूलों की समस्या पर अंकुश लगा रहे हैं.
सीबीएसई के अनुसार निरीक्षण किए गए अधिकांश स्कूलों में बोर्ड के संबद्धता नियमों का उल्लंघन करते हुए छात्रों की वास्तविक उपस्थिति के रिकॉर्ड से अधिक छात्रों को नामांकित किया गया, जिससे प्रभावी रूप से फर्जी नामांकन हुआ. इसके अलावा स्कूल बोर्ड के बुनियादी ढांचे के मानदंडों का उल्लंघन करते पाए गए.
सीबीएसई के अनुसार बोर्ड ने इन गंभीर उल्लंघनों का संज्ञान लिया है और दोषी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जा रहे हैं. गैर-अनुपालन के दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर भी विचार किया जा रहा है.
क्या है डमी स्कूल?
स्कूल में एडमिशन लेने के बाद स्टूडेंट सिर्फ परीक्षा देने के लिए ही स्कूल आते हैं. कई राज्यों में यह गोरखधंधा चल रहा है. जहां स्कूल मोटी रकम लेकर छात्रों का नामांकन कर लते हैं, लेकिन वो स्टूडेंट क्लास लेने स्कूल में फिजिकली उपस्थित नहीं होते. कुछ राज्यों के छात्रों के लिए मेडिकल और इंजीनियरिंग संस्थानों में उपलब्ध कोटा को ध्यान में रखते हुए अभ्यर्थी डमी स्कूलों का भी चयन करते हैं.
हिन्दुस्थान समाचार
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