Uttarakhand News: प्रयागराज में अगले साल लगने वाले कुंभ मेले अब ‘शाही’ और ‘पेशवाई’ शब्द का प्रयोग नहीं किया जाएगा. दरअसल, हरिद्वार में प्रयागराज कुंभ-2025 को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की गुरुवार को एक बैठक हुई, जिसमें ये फैसला लिया गया कि प्रयागराज कुंभ में ‘शाही’ और ‘पेशवाई’ शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी की ओर से इसका एलान किया गया. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि ‘शाही’ और ‘पेशवाई’जैसे शब्दों में गुलमी के परिचायक हैं. ये शब्द सनातन संस्कृति और धर्म से मेल नहीं खाते. इसलिए इनके स्थान पर अब दूसरे शब्दों के प्रयोग का फैसला लिया गया है.
श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि हमारा ध्यान उस समय इस पर गया जब मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव ने महाकाल की ‘शाही सवारी’ शब्द पर आपत्ति जताई थी और उसका नाम बदलकर ‘राजसी सवारी’ कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि, शाही उर्दू का और पेशवाई फारसी का शब्द है, इसलिए अखाड़ा परिषद द्वारा इन शब्दों का उपयोग नहीं किया जाएगा.
श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि अभी नाम बदलने का फैसला किया गया है. अभी नाम बदला नहीं गया है. हालांकि, ‘राजसी स्नान’ शब्द को लेकर सब सहमत होते नजर आ रहे हैं. लेकिन इस पर अंतिम निर्णय इसी माह प्रयागराज में होने वाली अखाड़ा परिषद की बैठक में लिया जाएगा.
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