कोलकाता: आरजी कर अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन को लेकर राज्य सरकार और जूनियर डॉक्टरों के बीच गतिरोध जारी है. सरकार जूनियर डॉक्टरों की मांगों को मानने से इनकार कर रही है, जबकि जूनियर डॉक्टर अपने स्थान पर अड़े हुए हैं. बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उद्योगपतियों के साथ नवान्न में एक बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की, जहां उन्होंने कहा कि अगर जूनियर डॉक्टर काम पर वापस नहीं लौटते हैं, तो राज्य सरकार कड़े कदम उठा सकती है. इस पर अब सीनियर डॉक्टर्स भी जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में आ गए हैं. उन्होंने पूरी तरह से स्वास्थ्य सेवाओं को अचल करने की चेतावनी दी है.
सीनियर डॉक्टरों ने जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में अपना पक्ष रखा है. सीनियर डॉक्टर अभिजीत चौधरी ने कहा, “प्रशासन को नीचे आकर स्वीकार करना होगा कि उन्होंने गलती की है.” सीनियर डॉक्टर नारायण बंद्योपाध्याय ने कहा, “अगर एक भी जूनियर डॉक्टर सस्पेंड होता है, तो हम ओपीडी सेवा बंद कर देंगे.”
स्वास्थ्य राज्यमंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, “हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करेंगे और मुख्यमंत्री ने अभी तक कोई नकारात्मक कदम नहीं उठाया है.” उन्होंने आगे कहा कि सरकार का उद्देश्य मरीजों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है, और डॉक्टरों को राजनीति से दूर रहकर अपने पेशे का पालन करना चाहिए.
फिलहाल यह सवाल बना हुआ है कि इस संकट का समाधान कब और कैसे होगा.
हिन्दुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें- Bangladesh: खालिद महमूद ने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के निदेशक पद से दिया इस्तीफा
ये भी पढ़ें- UP: जालौन में आकाशीय बिजली गिरने से 2 लोगों की मौत, बारिश से जन जीवन प्रभावित, 12वीं तक के स्कूल बंद
कमेंट