Farooq Abdullah Statement On Engineer Rashid Interim Bail: जम्मू कश्मीर की बारामूला सीट से सांसद इंजीनियर राशिद को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने दो अक्टूबर तक की अंतरिम जमानत दी है. उनके जमानत पर बाहर आने को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अबदुल्ला की प्रतिक्रिया समाने आई है. फारूख अबदुल्ला ने कहा कि बीजेपी यहां मुसलमानों को विभाजित करना चाहती हैं. बीजेपी इसमें राशिद का साथ दे रही है.
फारूख अबदुल्ला ने कहा, ‘ये आतंकवाद की बात करते हैं मैं इनको याद दिलाना चाहता हूं आईसी 814 की हाईजैकिंग इन्होंने उस दौरान जि आतंकियों को छोड़ा वही आज आतंकवाद फैला रहे हैं. जब ये आतंकियों को रिहा कर रहे थे उस समय भी मैनें कहा था इन दशहतगर्दों को न छोड़ा जाए, लेकिन इन्होंने मेरी नहीं सुनी और हम आज उसी का रिजल्ट देख रहे हैं. अभी देखिए आगे और क्या-क्या होता है.’
#WATCH | Anantnag, J&K: On interim bail granted to jailed parliamentarian Engineer Rashid, National Conference President Farooq Abdullah says, "He will also talk about the 'phool' (lotus- BJP symbol) of those who have released him. They want to divide Muslims here and he is with… pic.twitter.com/vIFWcdDxeX
— ANI (@ANI) September 11, 2024
सांसद इंजीनियर राशिद को अंतरिम जामनत दिए जाने पर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी उन पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि काश उन्होंने उन्हें संसद सत्र के दौरान रिहा कर दिया होता ताकि वह जनता के लिए बात करते. अब, उन्हें चुनाव (जम्मू-कश्मीर विधानसभा) के दौरान प्रचार के लिए रिहा किया गया है. यह अच्छा है, लेकिन जेल में बंद हमारे हजारों निर्दोष युवाओं को भी रिहा किया जाना चाहिए. अगर वे ऐसा करते हैं तो अच्छा होगा. महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा था कि यह (जमानत) वास्तव में संदेहास्पद है क्योंकि उन्हें तब तक रिहा नहीं किया गया था. उन्होंने न केवल जेल से (लोकसभा चुनाव) लड़ा बल्कि उन्हें उम्मीदवारों की तलाश करने की भी जरूरत नहीं पड़ी, वोट बांटने के लिए एजेंसियां खुद उनके लिए उम्मीदवार ढूंढती हैं?
इंजीनियर रशीद का असली नाम शेख अब्दुल रशीद है. वो 2024 के लोकसभा चुनाव जेल में रहते हुए निर्दलीय मैदान में उतरे और बारामूला से जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला को बड़े अंतर से मात दी. इंजीनियर रशीद जम्मू-कश्मीर अवामी इत्तेहाद पार्टी के संस्थापक हैं. वो जम्मू-कश्मीर के लंगेट से क्षेत्र से दो बार के एमएलए भी रह चुके हैं. इस निर्वाचन क्षेत्र से वो साल 2008 और 2014 में जीते थे. इंजीनियर रशीद 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उतरे, लेकिन जीत नसीब नहीं हुई थी. बता दें कि, इंजीनियर रशीद की गिरफ्तारी 2017 के आतंक-फंडिंग मामले में की गई थी. राशिद दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे.
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