Pakistan Economy: पाकिस्तान के आर्थिक हालात देश-दुनिया में किसी से छिपे नहीं है. यही नहीं दिन गुजरने के साथ-साथ लगातार पाकिस्तान आर्थिक संकट के दलदल में फंसता है जा रहा है. ऐसे में अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने और उसे पटरी पर लाने के लिए ये पड़ोसी मुल्क वर्ल्ड बैंक, वर्ल्ड बैंक, एशियन डेवलपमेंट बैंक जैसी विश्व की संस्थाओं के सामने कर्ज के लिए हाथ फैला रहा है, लेकिन उसे इन सभी संस्थाओं से फटकार के सिवा कुछ मिला रहा है.
एशियन डेवलपमेंट बैंक की ओर से उसे भारत से सीख लेने लिए कहा गया है. साथ ही संस्था ने भारत सरकार के उल्लास कार्यक्रम की तारीफ भी की है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पैसों की कमी के चलते इस समय पाकिस्तान की शिक्षा व्यवस्था चरमरा हो गई है. पाकिस्तान सरकार ने अपनी शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए पैसों की जरुरत है. सरकार की तरफ से बताया गया कि स्कूल छोड़ रहे बच्चों तक पहुंचाने के लिए पैसों की जरुरत है और इसके लिए उसने एडीबी से आर्थिक सहायता मांगी थी.
इसी पर एडीबी ने पाकिस्तान को कहा कि उसे भारत के उल्लास (Understanding of Lifelong Learning for All in Society) प्रो्ग्राम से सीख लेनी चाहिए और अपने यहां ऐसा ही प्रोग्राम शुरू करना चाहिए, ताकि उसकी शिक्षा व्यवस्था सुधर सके. एशियन डेवलपमेंट बैंक की यह फटकार इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि एडीबी के प्रेसिडेंट मसातसुगु असाकावा (Masatsugu Asakawa) पाकिस्तान में हैं.
उल्लास प्रोग्राम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने पिछले साल जुलाई में शुरू किया था. इस 5 वर्षीय कार्यक्रम के तहत उन सभी लोगों को शिक्षा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जो अशिक्षित रह गए.
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