मलयाम फिल्म इंडस्ट्री का काला सच उजागर करने वाली हेमा कमेटी की रिपोर्ट आने के साथ पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई थी, लेकिन अब कहा जा रहा है कि इस रिपोर्ट के 55 पेज गायब हैं. हेमा कमेटी ने केरल सरकार को 290 पेजों की रिपोर्ट सौंपी थी, लेकिन जब ये रिपोर्ट सार्वजनिक हुई तो उसमें 235 पेज थे. कहा जा रहा है कि जब इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया गया तो इसमें से 55 पेज हटा दिए गए.
माना जा रहा है कि जो पेज हटाए गए उसमें इंडस्ट्री के बड़े-बड़े लोगों का नाम था. पेज नंबर 28 से 30 जिसमें महिलाओं के चेंजिंग रूम और टॉयलेट की सच्चाई बताई गई उसे हटा दिया गया. पीड़ितों ने अपने योन शोषण और अपनी चुप्पी के बारे में बताया, जिसे पेज 58 से 72 के बीच दर्ज किया गया, लेकिन ये पन्ने भी रिपोर्ट से गायब हैं. इसके अलावा अभिनेत्रियों को जो धमकी मिली और जो साइबर अटैक हुए उसके बारे में पेज नंबर 72 से 80, 82 से 99 और 113 से 122 पेज भी हटा दिए गए.
राज्य के सूचना आयुक्त अब्दुल हाकिम की ओर से सुझाव किया गया था कि रिपोर्ट से केवल 32 पैराग्राफ हटाए जाएं, लेकिन रिपोर्ट पब्लिश करने से 140 पैराग्राफ हटा दिए गए. गौरतलब है कि, साल 2017 में हेमा कमेटी गठित की गई. ये तीन सदस्यों वाली कमेटी थी. साल 2019 में कमेटी ने केरल सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी. इसी रिपोर्ट में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेत्रियों से शोषण का खुलासा हुआ. इस साल जब इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया गया तो मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में उथल-पुथल मच गई.
हेमा कमेटी की इस रिपोर्ट में कई नामी कलाकारों के नाम सामने आए. इतना ही नहीं कई लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया. जिन कलाकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, उनमें एम मुकेश, सिद्धिक, जयसूर्या, एजवेला बाबू, मणियानपिल्ला राजू, रंजीथ, बाबुराज, निविन पौली का नाम शामिल है.
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