Delhi News: दिल्ली में वक्फ बोर्ड ने हाल ही में कई संपत्तियों पर हक जताया है, जिससे विवाद की स्थिति उतपन्न हो गई है. बोर्ड ने डीटीसी बस स्टैंड, डीडीए ऑफिस, चार लेन रोड और एमसीडी के कूड़ेदान पर भी अपना दावा ठोंका है. इसके अलावा वक्फ बोर्ड की मांग है कि मंदिरों को खाली किया जाए और इन सभी संपत्तियों को वक्फ बोर्ड को लौटा दिया जाए. क्योंकि वक्फ बोर्ड का मानना है कि ये सभी संपत्तियां बोर्ड के अधिकार वाली हैं. इसलिए हिंदू संगठनों का इन पर कोई अधिकार नहीं है.
दरअसल, वक्फ बोर्ड की ओर से किया गया दावा उस विवाद का हिस्सा है जो लंबे समय से चला आ रहा है, जहां बोर्ड की ओर से धार्मिक, सार्वजनिक और सरकारी संपत्तियों पर हक जताया गया है. वक्फ बोर्ड का मानना है कि कई संपत्तियां जिनका उपयोग मंदिरों और सार्वजनिक रूप से किया जा रहा है, वास्तव में वो बोर्ड की थीं और इन संपत्तियों पर गलत तरीके से कब्जा किया गया. खासकर दिल्ली के कुछ प्रमुख मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों को लेकर विवाद है.
वक्फ बोर्ड की ओर से लगातार की जा रही विवादित दावों ने ये मांग उठाई है कि वक्फ के कानून को बदलने की जरुरत है. कई विशेषज्ञों और नेताओं का मानना है कि वक्फ के कानून में सुधार करने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह के विवादों को जल्दी निपटाया जा सके. हिंदू संगठनों की ओर से भी कहा गया कि वक्फ बोर्ड द्वारा कानूनों का दुरुपयोग किया जा रहा है और इन संपत्तियों को हिंदू समुदाय से छीनने की कोशिश हो रही है.
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