आंध्र प्रदेश के तिरूपति बालाजी मंदिर में लड्डू में चर्बी मिलाने का मामला गरमाता जा रहा है. अब तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है और सेवानिवृत्त न्यायधीश की अध्यक्षता में एक स्वतंत्र समिति का गठन करने की मांग की है. इससे पहले राज्य सरकार ने कल विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया था. सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि SIT सरकार को एक रिपोर्ट सौंपेगी. इसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी, ताकि ऐसी चीजें दोबारा न हों.
सांसद लवली आनंद ने की सीबीआई जांच की मांग
शिवहर सांसद लवली आनंद ने तिरूमाला तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट करने के मामले को सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. सांसद ने कहा कि संविधान किसी को भी जन आस्था से खिलवाड़ करने की अनुमति नही देता है. यह असहनीय है. उन्होने कहा कि आखिर लोगों की आस्था से खिलवाड़ करने का उन्हें किसने अधिकार दिया? ऐसे में हम इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग करते है,ताकि तिरूपति जैसे पवित्र स्थल पर आस्था के साथ खिलबाड़ करने वाले साजिशकर्ताओ का खुलासा हो सके.
दरअसल शिवहर सांसद लवली आनंद सोमवार को मोतिहारी के सर्किट पहुंची थी,जहां उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते कहा कि बिहार में भूमि सर्वे को फिलहाल रोकने की जरूरत है, क्योंकि क्षेत्र भ्रमण के दौरान यह सामने आया है,कि रैयतों के पास अभी कागजात उपलब्ध नही हो सका है. सरकार को पहले उन्हे कागजात मुहैया कराना चाहिए.
उन्होंने कहा कि बिहार में भूमि सर्वे होना जरूरी है,लेकिन इसके लिए जल्दबाजी ठीक नहीं है. इसको लेकर हम जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी बात रखेगे. उन्होने नवादा में महादलितों के घर जलाए जाने के सवाल कहा कि ऐसी घटना बहुत ही दुखद है. नीतीश सरकार ऐसे लोगो के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई कर रही हैं. उन्होने कहा कि चुनाव के दौरान हमने शिवहर की जनता से कुछ वायदे किये थे. जिसमे रीगा चीनी मिल चालू करने का वायदा पूरा होने जा रहा है. शेष पर कार्य हो रहा है. वह भी शीघ्र पूरे होगे.
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