पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में समिट फॉर फ्यूचर में आए दुनियाभर के नेताओं को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सामुहिक शक्ति जो है उसी में मानवता की सफलता है. युद्ध के मैदान में नहीं. पीएम ने आगे कहा कि जब विश्व भर के भविष्य पर चर्चा की जा रही तो सर्वोच्च प्राथमिकता मानव-केंद्रित दृष्टिकोण’ को मिलनी चाहिए. सतत विकास को प्राथमिकता देते हुए मानव कल्याण, खाद्य और स्वास्थ्य सुरक्षा भी सुनिश्चित करने पीएम मोदी ने जोर दिया.
संयुक्त राष्ट्र में ‘समिट ऑफ द फ्यूचर’ में पीएम मोदी ने आतंकवाद पर भी बात की. पीएम ने कहा कि आतंकवाद दुनिया भर की शांति के लिए गंभीर खतरे पैदा कर रहा है. यही नहीं साइबर, समुद्री और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्र में संघर्ष के नए मोर्चे देखे जा रहे हैं. पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थाई सदस्यता मिलने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा भारत स्थायी रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सदस्यता का अधिकार रखता है, क्योंकि 15 देशों की सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए जो भी कोशिशें की जा रही हैं उसमें भारत सबसे आगे रहा है.
पीएम ने कहा कि अभी अभी विश्व के सबसे बड़े चुनाव में लोगों ने मुझे उनकी सेवा के लिए तीसरी बार चुना है. मैं यहां 1.4 अरब भारतीयों और मानवता के छटे हिस्से की आवाज आप तक पहुंचाने आया हूं. पीएम ने कहा कि हमने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है और ये दिखाने की कोशिश की है कि सतत विकास सफल हो सकता है. हम सफलता के इस अनुभव को वैश्विक दक्षिण के साथ साझा करने के लिए तैयार हैं.
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