प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिनों के अमेरिका यात्रा पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की और फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास समेत अन्य राष्ट्राध्यक्षों से मिले. साथ ही पीएम ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘समिट ऑफ द फ्यूचर’ को संबोधित किया. अपने इस संबोधन में उन्होंने आतंकवाद के गंभीर खतरों पर बात की. पीएम ने कहा कि मानवता की सफलता युद्ध में नहीं है. मानवता की सफलता सामुहिक शक्ति में है.
कहा जा सकता है पीएम को अपने अमेरिकी दौरे के दौरान पर्सनल केमिस्ट्री, पीसमेकिंग, बिजनेस, भारत की ब्रांडिंग, डिफेंस में सफलता और डिप्लोमेसी में बड़ी जीत मिली. आपको बताते हैं पीएम के अमेरिकी दौरे की 10 बड़ी सफलताएं.
अमेरिका से संबंध हुए प्रगाढ़
अमेरिका और भारत के संबंधों में पिछले कुछ समय में मजबूती देखने को मिली है. पीएम का अमेरिका दौरा ऐसे समय पर हुआ जब वहां राष्ट्रपति चुनाव की गहमा गहमी चल रही है. हालांकि वहां अगला राष्ट्रपति कोई भी बने भारत और यूएस के रिश्तों में नजदीकियां बढ़ेंगी ही.
क्वाड को पीसमेकिंग के लिए किया एकजुट
चार देशों की जंग के बीच भारत की ओर से लागातार शांति की अपील हो रही है और वो इसके जरिए ही विवाद को हल करने के मंत्र दे रहा है. रविवार को क्वाड लीडर समिट में भी भारत को कुटनीतिक बढ़त मिली. क्वाड लीडर समिट में न केवल आतंकवाद की निंदा की गई, बल्कि क्वाड देशों ने मिलकर इसके खिलाफ एक बयान जारी किया, जिसमें भारत में 26|11 और साल 2016 में पठानकोट हमले पर पाकिस्तान को घेरा गया. क्वाड देश के नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई है.
कुटनीटिक से चीन को दिया संदेश
भारत ने क्वाड समिट में कुटनीटिक मदद से चीन और पाकिस्तान को भी संदेश दिया. इतना ही नहीं क्वाड देशों की ओर से चीन से मुकाबले के लिए पहली ज्वाइंट कोस्ट गार्ड मिशन की भी घोषणा की गई. क्वाड देशों ने साझा बयान में दक्षिण चीन सागर के हालातों पर भी चिंता जताई. यूएस प्रेसिडेंट ने अनऔपचारिक रुप से चीन द्वारा क्वाड देशों की परिक्षा लेने की बात कही गई, लेकिन पीएम मोदी ने क्वाड को किसी भी देश के खिलाफ नहीं बताया.
भारत और अमेरिका के बीच बड़ी डील
क्वाड समिट से पहले भारत और अमेरिका के बीच बड़ी डील हुई. भारत ने अमेरिका से आकाश और समुद्र की सुरक्षा के लिए MQ-9B गार्जियन ड्रोन खरीदा है. इन अमेरिकी किलर और एडवांस्ड ड्रोन्स से भारत की इंटेलिजेंस, सर्विलांस और रिकोनाइसेंस (ISR) क्षमताओं में वृद्धि होगी. नमें 16 ड्रोन्स स्काई गार्डियन (हवाई सुरक्षा के लिए) और सी गार्डियन (समुद्री सुरक्षा के लिए) हैं.
दुनिया को कराया हमारी ताकत का एहसास
पीएम मोदी ने अपने दौरे से भारत का एहसास भी दुनिया को करा दिया. उन्होंने कहा कि आज हम अपनी पार्टनर्शिप पूरी दुनिया के साथ बढ़ा रहे हैं. पहले भारत की नीति सबसे समान दूरी बनाकर चलने की थी. अब भारत की नीति सबसे समान नजदीकी बनाकर चलने में है.
पर्सनल बॉण्ड बनाने की भी कोशिश
पीएम मोदी ने बोस्टन और लॉस एंजिल्स में नए वाणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा भी की. इसके जरिये पीएम ने अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय की सुविधाओं का भी ख्याल रखा.
बिजनसमैन को दिया संदेश
पीएम मोदी ने कई प्रमुख टेक कंपनीज के सीईओ से मुलाकात की और उन्हें भारत में निवेश के आमंत्रित किया. इस राउंड टेबल मीटिंग में सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर बायोटेक्नोलॉजी जगत के कई प्रमुख लोग शामिल हुए.
बताई सामुहिक शक्ति की ताकत
पीएम नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि दुनिया भर की शांति कि वकालत करते हुए कहा कि मानवता की सफलता युद्ध में नहीं है. मानवता की सफलता सामुहिक शक्ति में है. विश्व में शांति के लिए विश्व भर की संस्थाओं सुधार करना अहम है.
UNSC में स्थायी सीट की दावेदारी को दिया बल
पीएम के दौरे पर सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सदस्यता देने पर भी बात की गई. अमेरिका ने भारत को सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य बनाने को लेकर अपना समर्थन भी दिया.
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