राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में सियासी कशमकश के बाद आतिशी को नया मुख्यमंत्री बनाया गया. जिसके बाद आज से दिल्ली विधानसभा का दो दिवसीय सत्र शुरू होने जा रहा है. आतिशी आज विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत पेश करेंगी. वहीं केजरीवाल 2013 के बाद पहली बार विधायक के तौर पर सदन में मौजूद रहेंगे लेकिन सबकी नजरें इसी बात पर टिकी हुईं है कि दिल्ली विधानसभा में सीएम की कुर्सी पर आतिशी बैठेंगी या केजरीवाल बैठते हैं या फिर वो कुर्सी खाली छोडी जाएगी. अटकलें इसलिए भी लगाई जा रही है क्योंकि सोमवार को मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद आतिशी ने अपने बगल में सीएम की कुर्सी खाली छोडी थी. वो एक छोटी चेयर पर बैठी नजर आई थी. जिसके बाद उन्होंने कहा भी था कि जैसे भरत ने राम की खड़ाऊ रखकर शासन चलाया था. उसी तरह वो भी मुख्य चेयर पर ना बैठकर शासन चलाएंगी. इस चेयर को केजरीवाल का इंतजार रहेगा.
सरकार को इन मुद्दों पर घेरगा विपक्ष
दिल्ली विधानसभा का आखिरी सत्र 8 अप्रैल को बुलाया गया था. जिसके बाद अब 26-27 सितंबर को सत्र बुलाया गया है. ऐसे में विपक्ष ने सरकार को घेरने की पूरी योजना बनाई है. दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि विधानसभा के सत्र में दिल्ली की 2 करोड़ जनता की समस्याओं पर चर्चा करने और सरकार को इन सब पर जवाब देने के लिए मजबूर करेंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार अब ‘भ्रष्ट पार्टी’ की सरकार बन चुकी है.
- बारिश से 50 लोगों की मौत, जलभराव की समस्या
- कैग की लंबित 11 रिपोर्ट्स पर जवाब
- 95 हजार गरीबों को राशन कार्ड्स नहीं देने का मुद्दा
- राजधानी में पीने के पानी की भारी किल्लत
- बुजुर्गों की पेंशन नहीं आ रही
- दिल्ली की आबोहवा खराब, प्रदूषण का बढ़ता स्तर
- लचर परिवहन व्यवस्था, बसों की कमी
- छठा दिल्ली वित्त आयोग
- दिल्ली जल बोर्ड पर 73 हजार करोड़ का कर्ज
- दिल्ली सरकार के अस्पतालों के निर्माण में भ्रष्टाचार
- दिल्ली विश्वविद्यालय के 12 कॉलेजों का फंड रोका
- दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय में फर्जी नियुक्तियां
- बीजेपी के विधायकों के साथ सौतेला व्यवहार
- केंद्र सरकार की योजनाओं को दिल्ली में लागू नहीं
दिल्ली विधासनभा की वर्तमान स्थिति
दिल्ली में अभी आम आदमी पार्टी की सरकार है. 2020 में विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीती थी और 8 सीटें बीजेपी की झोली में गई थी. वहीं कांग्रेस खाली हाथ रही थी. लेकिन वर्तमान में आम आदमी पार्टी के 59 विधायक हैं. वहीं बीजेपी के 7 विधायक हैं. कांग्रेस के पास अब 1 विधायक हो गया है. क्योंकि सीमापुरी सीट से विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने आम आदमी से रिजाइन कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. 3 सीटें रिक्त हैं. जिसमें बदरपुर से विधायक रहे रामवीर सिंह बिधूड़ी अब दक्षिणी दिल्ली लोकसभा से सांसद बन गए हैं. वहीं पटेल नगर सीट से विधायक राजुकमार आनंद पार्टी से इस्तीफा दे चुके है. उन्हें पहले ही अयोग्य घोषित कर दिया गया. उनकी सीट खाली है. वहीं छतरपुर सीट से विधायक करतार सिंह तंवर आम आदमी पार्टी का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. अब उनकी विधायकी रद्द कर दी गई है.
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