संसद की स्थाई समितियां दो दिन पहले गठित की गई. इसमें से ही एक स्थाई कमेटी संचार और सूचना प्रौद्योगिकी के मामलों पर गठित की गई है. इस कमेटी का अध्यक्ष बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे को बनाया गया है, लेकिन चर्चा इस कमेटी में शामिल सदस्यों की करना जरूरी है. संचार और सूचना प्रौद्योगिकी पर गठित की गई इस कमेटी में बीजेपी सांसंद कंगना रनौत सदस्य के रूप में शामिल, हैं जो अपने बेबाक बयानबाजियों के लिए जानी जाती हैं.
कमेटी में सपा से राज्यसभा सांसद जया बच्चन को भी स्थान दिया गया है. उल्लेखनीय है कि जया बच्चन की ससंद के पिछले सेशन में राज्यसभा के सभापति जगदीप धनकड़ और सत्ताधारी दल के सदस्यों से तीखी नोक झोक हुई थी. प्रसिद्ध संगीतकार और राज्यसभा सांसद इलैयाराजा भी इस समिति का हिस्सा हैं. वहीं इस समिति के एक नाम जिस पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वो है सांसद महुआ मोइत्रा.
दरअसल, महुआ मोइत्रा और निशिकांत दुबे की लड़ाई किसी से भी छिपी नहीं है. गोड्डा सांसद ने पिछले साल संसद में महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया था कि सवाल पूछने के लिए उन्होंने एक उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत ली है. साथ ही उनके खिलाफ जांच की मांग भी की थी. ये मामला दिल्ली हाईकोर्ट में भी गया था.
जहां महुआ मोइत्रा ने याचिका दायर कर कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई और निशिकांत दुबे को इस मामले में सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट या इंटरनेट पर मामले से जुड़ी कोई सामग्री को अपलोड करने से रोका जाए, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया था.
बता दें कि पिछले साल दिसंबर में ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में दोषी पाए जाने के बाद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था. हालांकि, इस साल हुए लोकसभा चुनावों में महुआ मोइत्रा फिर कृष्णानगर से जीतकर लोकसभा पहुंची हैं.
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