उत्तर भारत का मैनचेस्टर कहे जाने वाले कानपुर में बड़ा रेल हादसा होने से टल गया. कानपुर से कुछ दूरी पर भीमसेन-गोविंदपुरी स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर अग्निशमन यंत्र पाया गया. इसी ट्रैक से उस समय पुष्पक एक्सप्रेस गुजर रही थी. गनीमत रही कि ट्रेन के लोको पायलट ने अग्निशमन यंत्र को देख लिया और इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए. जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया.
बता दें अग्निशमन यंत्र पर जीकेपी लिखा हुआ था. जिसका मतलब गोरखपुर से है. बताया जा रहा है कि उसी ट्रेक से सवा घंटे पहले कुशीनगर एक्सप्रेस भी गुजरी थी. जो गोरखपुर से मुंबई जाती है. तकनीकी जानकारों का मानना है कि ऐसा लग रहा है कि यह अग्निशमन यंत्र कुशीनगर एक्सप्रेस से ही गिर कर रेलवे ट्रैक पर आ गया था. प्रयागराज मंडल के रेल प्रबंधक हिमांशु बडोनी ने भी किसी ट्रेन से इसके गिरने की बात कही है. उन्होंने बताया कि रेलवे का कैरिज एंड वैगन विभाग इसकी जांच कर रहा है.
मामले की जांच में जुटे अधिकारी
रेलवे पुलिस के उपनिरीक्षक मुक्तेश्वर प्रसाद मिश्रा ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि गोरखपुर के कैरिज एंड वैगन के सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने अग्निशमन यंत्र जारी किया है. इस पर वैधता अवधि 14 दिसंबर 2024 अंकित है. यह किस ट्रेन से गिरा है, इसका पता लगाया जा रहा है.
रेलवे ट्रैक पर लगातार पाए जा रहे अवरोध
देश के अलग-अलग स्थानों पर रेलवे ट्रैक पर लगातार कई अवरोध मिलने से प्रशासन और लोगों की चिंता बढ़ा दी है. आखिर कौन है जो रेलवे का दुश्मन बना बैठा है. पटरी का टुकड़ा, पेड़ का तना और एलपीजी सिलेंडर रेलवे ट्रैक पर पाया गया. रेलवे अधिकारी लगातार इस बात की जांच-पड़ताल कर रहे हैं.
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