हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान अब फ्रंटफुट पर आ गया है. इजराइल की ओर से लेबनान में हमले के बाद ईरान ने उस पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला बोल दिया है. हालांकि ईरान की ओर से मिसाइलें दागे जाने के बाद अमेरिका भी इजराइल के मदद को आगे आ गया है.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकी सेना को ईरानी मिसाइलों को मार गिराने का आदेश दिया है. ईरान द्वारा मिसाइल दागना शुरू करने के तुरंत बाद व्हाइट हाउस की ओर से यह बयान जारी किया गया. ईरान के हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि हम इजराइल के साथ खड़े हैं और हरसंभव मदद करेंगे.
वहीं, इजराइल के सभी अहम सैन्य ठिकानों पर मिसाइल से हमले का दावा करते हुए ईरान ने कहा है कि ये हमले की पहली खेप है, अगर पलटवार किया गया तो हमला और बड़ा होगा. ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स का कहना है कि एक चेतावनी के तौर पर इजराइल की ओर दर्जनों मिसाइलें दागी गईं. अगर इजराइल जवाबी कार्रवाई करता है तो तेहरान की प्रतिक्रिया अधिक घातक और विनाशकारी होगी.
इजराइल की सेना (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल ने कहा है कि देश पर ईरानी मिसाइल हमले का जवाब इजराइल देगा. डेनियल ने आगे कहा कि हम डिफेंस और अटैक को लेकर ज्यादा सतर्क हैं. इजराइल के नागरिकों की रक्षा करते हुए उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. इस हमले का जवाब दिया जाएगा, हमारे पास प्लानिंग हैं. हम समय और स्थान खुद तय करेंगे और कार्रवाई करेंगे.
दूसरी ओर, ईरान की ओर से इजराइल पर मिसाइल दागे जाने के बाद जॉर्डन ने अपने एयर ट्रैफिक को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, इजराइल ने उड़ानें रोक दी है. जानकारी के मुताबिक, बेन गुरियन एयरपोर्ट पर विमानों के टेकऑफ और लैंडिंग पर रोक लगा दी गई है.
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