राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बाहदुर शास्त्री की 120वीं जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र उन्हें नमन कर रहा है. दोनों महान व्यक्तित्व का स्मरण करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए. बता दें आज का दिन अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजघाट पर महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर विजय घाट पर श्रद्धांजलि अर्पित की.
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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर राजघाट पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें विजय घाट पर पुष्पांजलि अर्पित की.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर राजघाट पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें विजय घाट पर पुष्पांजलि अर्पित की.
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पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट पर कहा कि सभी देशवासियों की ओर से पूज्य बापू को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन. सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित उनका जीवन और आदर्श देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणापुंज बना रहेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "सभी देशवासियों की ओर से पूज्य बापू को उनकी जयंती पर नमन। सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित उनका जीवन और आदर्श देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणापुंज बना रहेगा।" pic.twitter.com/l8BIu7Dbv3
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पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर श्रद्धापूर्वक स्मरण करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी- ‘देश के जवान, किसान और स्वाभिमान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "देश के जवान, किसान और स्वाभिमान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि।" pic.twitter.com/yHF461xDRY
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बता दें महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 में गुजरात के पोरबंदर नामक स्थान में हुआ था. उनका पूरा नाम मोहन दास करमचंद गांधी था. गांधी को गुरू रविंद्रनाथ टैगोर ने महात्मा की उपाधि दी थी. जिसके बाद उन्हें महात्मा गांधी कहा जाने लगा. महात्मा गांधी ने अंग्रेजो के खिलाफ पहला सत्याग्रह बिहार के चंपारण जिले में नील की खेती करने वाले किसानों के समर्थन में शुरू किया था. गांधी जी ने देश को एकजुट कर अंग्रेजी हिकुमत से लड़ने के लिए भी तैयार किया था.
वहीं भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म भी 2 अक्टूबर 1904 उत्तर प्रदेश के वाराणसी से सात मील दूर एक छोटे से रेलवे टाउन, मुगलसराय में हुआ था. उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे. जब लाल बहादुर शास्त्री केवल डेढ़ वर्ष के थे तभी उनके पिता का देहांत हो गया था. लाल बहादुर शास्त्री हमेशा सदा जीवन जीते थे. 1951-52 में पहले आम चुनाव के बाद उन्हें नेहरू कैबिनेट में रेल मंत्री बनाया गया लेकिन लगातार होने वाले रेल हादसों की चलते उन्होंने नैतिक जिम्मेदारी मानते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. जब देश में अनाज की कमी हुई, तो शास्त्री जी ने खुद एक दिन का उपवास रखा और लोगों से भी ऐसा करने की अपील की, ताकि संसाधनों की बचत हो सके. शास्त्री जी ने ही 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान जय जवान- जय किसान का नारा दिया था, उस समय, एक तरफ देश के जवान सीमा पर लड़ रहे थे, तो दूसरी तरफ किसान देश की खाद्य सुरक्षा के लिए काम कर रहे थे. शास्त्री जी ने अपने इस नारे के ज़रिए दोनों का सम्मान बढ़ाया और देशवासियों को यह एहसास कराया कि जवान और किसान, दोनों ही देश की रीढ़ की हड्डी हैं.
हिन्दुस्थान समाचार
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