नई दिल्ली: स्वच्छ भारत अभियान को आज 10 साल पूरे हो गए हैं. आज ही के दिन यानि 2 अक्टूबर 2014 को पीएम मोदी ने इस अभियान की शुरूआत की थी. इसका मकसद देश को गंदगी मुक्त करना और खुले में शौच की प्रथा बंद करना था. इन 10 सालों में स्वच्छता के लिए भरसक प्रयास हुए हैं. गावों में रिकॉर्ड स्तर पर शौचालयों का निर्माण हुआ है. स्कूल में बालक- बालिकाओं के लिए अलग टॉयलेट बने हैं. हर किसी ने गंदगी के खिलाफ इस मुहिम में अपना अमूल्य योगदान दिया है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में 155वीं गांधी जयंती के अवसर पर स्वच्छ भारत दिवस 2024 कार्यक्रम में भाग लिया. स्वच्छता ही सेवा 2024 की थीम ‘स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’ रखी गई. इस दौरान उन्होंने 9,600 करोड़ रुपये से अधिक की कई स्वच्छता और सफाई परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास किया. इसमें अमृत और अमृत 2.0, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और गोबरधन योजना के तहत परियोजनाएं शामिल हैं.
स्वच्छता अभियान ने गहरा प्रभाव डाला- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि ‘स्वच्छ भारत’ अभियान ने आम जन के जीवन में गहरा एवं अनमोल प्रभाव डाला है. उन्होंने कहा कि स्वच्छता की प्रतिष्ठा बढ़ने से देश में एक मनोवैज्ञानिक परिवर्तन भी हुआ है. पहले साफ सफाई के काम से जुड़े लोगों को अलग नजर से देखा जाता था. स्वच्छ भारत अभियान से साफ सफाई करने वालों को मान-सम्मान मिला और उनको गर्व का एहसास हुआ.
स्वच्छता आंदोलन बना जन आंदोलन- पीएम मोदी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक हजार साल बाद भी 21वीं सदी के भारत का जब अध्ययन होगा तो उसमें ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को जरूर याद किया जाएगा. यह सबसे बड़े सबसे सफल जन भागीदारी, जन नेतृत्व वाले जन आंदोलन के रूप में उभरा है.
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज से 1 हजार साल बाद भी जब 21वीं सदी के भारत का अध्ययन होगा, तो उसमें स्वच्छ भारत अभियान को जरूर याद किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन इस सदी में दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे सफल जनभागीदारी वाला, जन नेतृत्व वाला जन आंदोलन है…" pic.twitter.com/IW76lIyL4W
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 2, 2024
एक अंतरराष्ट्रीय जनरल स्टडी का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन से हर वर्ष 60 से 70 हजार बच्चों का जीवन बच रहा है. यह शोध ‘इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी आफ केलिफोर्निया’ और ‘ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी’ के वैज्ञानिकों ने मिलकर किया है.
समाज में आए कई बदलाव
उन्होंने कहा कि लाखों लड़कियां अलग-अलग टॉयलेट न बनने के कारण समय से पहले स्कूल छोड़ देती थीं. अब इस स्थिति में बदलाव हुआ है. यूनिसेफ की एक और स्टडी के मुताबिक साफ-सफाई होने के कारण गांव के परिवारों के हर साल औसतन 50 हजार रुपये बच रहे हैं. पहले आए दिन बीमारियों के कारण पैसा इलाज पर खर्च होता था.
कांग्रेस को भी घेरा
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को पिछली कांग्रेस सरकारों पर स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद गांधी के पदचिह्नों पर चलने का दावा करने और उनके नाम पर सत्ता हासिल करने वालों ने ‘स्वच्छ भारत’ के उनके बुनियादी विचार को ही नजरअंदाज कर दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सालों तक गांधीजी की विरासत का राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग करते रहे लेकिन स्वच्छता पर कभी जोर नहीं दिया. उन्होंने गंदगी को ही जिंदगी मान लिया लेकिन मोदी सरकार ने गांधीजी के इस विजन को अस्तित्व में लाने में कोई कौर-कसर नहीं छोड़ी. उनकी सर्वोत्तम प्राथमिकता देशवासियों के जीवन को सरल बनाना है.
‘स्वच्छ भारत’ पखवाड़े के पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन करोड़ों भारतवासियों की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है. आज देश भर में लोग स्वच्छता से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं. वह अपने गांव, शहरों, मोहल्लों, फ्लैट, सोसाइटी की सफाई कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 17 सितंबर को जन्मदिन से शुरू हुए दो सप्ताह के स्वच्छता कार्यक्रम में देशभर में सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक स्थलों पर जन भागीदार के माध्यम से स्वच्छता अभियान चलाए गए. इसकी जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सेवा पखवाड़ा के 15 दिनों में 23 भर में 27 लाख से ज्यादा कार्यक्रम हुए, जिसमें 28 करोड़ से ज्यादा लोगों ने भाग लिया.
#WATCH दिल्ली:'स्वच्छता ही सेवा 2024' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "बीते पखवाड़े में देश भर में करोड़ों लोगों ने 'स्वच्छता ही सेवा' कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है। मुझे जानकारी दी गई है कि 'सेवा पखवाड़ा' के 15 दिनों में देशभर में 27 लाख से ज्यादा कार्यक्रम हुए।… pic.twitter.com/54Q0gjlSw4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 2, 2024
स्वच्छता के लिए निरंतर प्रयास आवश्यक- पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि निरंतर प्रयास करके ही हम भारत को स्वच्छ बना सकते हैं. वह प्रत्येक भारतीय को इसके लिए हृदय से आभार व्यक्त करते हैं. विकसित भारत की यात्रा से हमारा हर प्रयास स्वच्छता से संपन्नता के मंत्र को मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि गंदगी के प्रति नफरत ही हमें स्वच्छता के लिए मजबूत कर सकती है.
उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण पड़ाव पर आज स्वच्छता से जुड़े करीब 10 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई है. मिशन अमृत के तहत देश के अनेक शहरों में वाटर और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे. नमामि गंगे से जुड़ा काम हो रहा है या फिर कचरे से बायोगैस करने वाले गोवर्धन प्लांट बन रहा है. यह काम स्वच्छ भारत मिशन को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा.
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज के इस महत्वपूर्ण पड़ाव पर आज स्वच्छता से जुड़े करीब 10 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स की भी शुरुआत हुई है। मिशन अमृत के तहत देश के अनेक शहरों में वॉटर और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। नमामि गंगे से जुड़ा काम हो या फिर… pic.twitter.com/kdzS8Dhu5M
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हिन्दुस्थान समाचार
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