बदलापुर दुष्कर्म मामले के आरोपित अक्षय शिंदे की पुलिस एनकाउंटर में हुई मौत की छानबीन के लिए महाराष्ट्र सरकार ने हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज दिलीप भोसले की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच समिति गठित की है. इस जांच समिति को 3 महीने के अंदर जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपने का आदेश दिया गया है.
जानकारी के अनुसार बदलापुर दुष्कर्म मामले की जांच ठाणे एसआईटी कर रही थी, लेकिन 23 सितंबर को ठाणे एसआईटी टीम आरोपित अक्षय शिंदे को तलोजा जेल से बदलापुर पुलिस वेन में ला रही थी. उसी दिन मुंब्रा में पुलिस एनकाउंटर में अक्षय शिंदे घायल हो गया था. पुलिस ने घायल अक्षय शिंदे को कलवा स्थित शिवाजी अस्पताल में पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने अक्षय शिंदे को मृत घोषित कर दिया.
इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने एनकाउंटर मामले की छानबीन सीआईडी को सौंप दी थी, लेकिन इस मामले में आरोपित अक्षय शिंदे के पिता अन्ना शिंदे ने बाम्बे हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर आरोप लगाया है कि बदलापुर दुष्कर्म मामले के असली आरोपितों को बचाने के लिए उसके बेटे की पुलिस ने हत्या कर दी. बाम्बे हाई कोर्ट ने इस याचिका की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार और पुलिस पर कठोर टिप्पणी की.
इसके बाद बुधवार को राज्य सरकार ने इस मामले की जांच हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश दिलीप भोसले की अध्यक्षता में गठित एक सदस्यीय समिति से करवाने का निर्णय लिया है.
हिंदुस्तान समाचार
ये भी पढ़ें:महाकालेश्वर मंदिर के साथ एमपी और राजस्थान के रेलवे स्टेशनों को उड़ाने की धमकी, बढ़ाई गई सुरक्षा
कमेंट