India On Religious Freedom Report: केंद्र सराकर ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिका के एक संघीय आयोग यूनाइटेड स्टेट्स कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम (यूएससीआईआरएफ) की रिपोर्ट को खारिज कर दिया और संगठन को पक्षपाती और राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित बताया. भारत में धार्मिक स्वतंत्रता पर यूएससीआईआरएफ की रिपोर्ट पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर यूएससीआईआरएफ की रिपोर्ट पर हमारे विचार सर्वविदित हैं.
रणधीर जयसवाल ने कहा, ‘यह राजनीतिक एजेंडे वाला एक पक्षपाती संगठन है. यह तथ्यों को गलत तरीके से पेश करता है और भारत के बारे में एक प्रेरित कहानी को बढ़ावा देता रहता है. हम इस दुर्भावनापूर्ण रिपोर्ट को अस्वीकार करते हैं. ये रिपोर्ट केवल यूएससीआईआरएफ को और ज्यादा बदनाम करने का काम करती है.’ रणधीर जयसवाल ने यूएससीआईआरएफ से ऐसे एजेंडा-संचालित प्रयासों को आगे बढ़ाने से परहेज करने का आग्रह किया.
Our response to media queries regarding Country Update on India in the US Commission on International Religious Freedom report:https://t.co/NPNfWd7QE9 pic.twitter.com/8m1xQ97dyK
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) October 3, 2024
रणधीर जयसवाल ने यूएससीआईआरएफ को सुझाव दिया कि उसको संयुक्त राज्य अमेरिका के भीतर मानवाधिकार मुद्दों को संबोधित करने पर अपना ध्यान केंद्रित करने से लाभ होगा. भारत ने यूएससीआईआरएफ की रिपोर्टों के लिए उसकी लगातार आलोचना की है और उस पर देश में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर पक्षपातपूर्ण रुख अपनाने का आरोप लगाया है.
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब भारत ने धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी रिपोर्ट के निष्कर्षों के खिलाफ बोला है. सरकार ने पहले भारत की सामाजिक गतिशीलता की सच्ची समझ की कमी के लिए रिपोर्टों की आलोचना की थी और कहा था कि इसके जरिये भारत विरोधी प्रचार जारी है.
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