फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और नेतन्याहू के बीच जुबानी जंग के बीच इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में एक फ्रांसीसी मल्टीनेशनल कंपी टोटलएनर्जीज गैस स्टेशन को हमला किया है. जानकारी के अनुसार साउथ बेरूत के उपनगर में फ्रांस की एक कंपनी टोटलएनर्जीज है. इसी पर इजरायल की ओर से एयरस्ट्राइक की गई. इजरायली अटैक के बाद यहां बड़े पैमाने पर आग लग गई. हालांकि इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ है.
दरअसल, एक वीडियो संदेश में मैक्रों ने गाजा के साथ-साथ लेबनान में तत्काल युद्ध विराम की बात कही थी. मैंक्रों ने कहा था कि हमें नागरिक आबादी की रक्षा के लिए तनाव को बढ़ने नहीं देना चाहिए. उन्होंने इसी के साथ इजरायल को हथियारों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की भी बात कही. मैक्रों के इसी बयान पर इजरायली पीएम का बयान समाने आया.
इजरायली पीएम ने कहा ‘ऐसे वक्त में सभी सभ्य देशों को इजरायल के साथ होना चाहिए जब वो ईरान की बर्बर ताकतों से लड़ाई में है. लेकिन राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और कुछ पश्चिमी नेता मांग कर रहे हैं कि इजरायल को हथियार देने पर प्रतिबंध लगाया जाए. ऐसा करने पर उन्हें शर्म आनी चाहिए.’ नेतन्याहू ने कहा कि क्या ईरान हिज्बुल्लाह, हूती, हमास और उसके अन्य सहयोगियों के हथियारों का प्रतिबंध लगाया जा रहा है. बिल्कुल नहीं.
उन्होंने कहा कि आतंक की धूरी एक साथ खड़ी है, लेकिन कितनी शर्मनाक बात है कि जो देश इस धूरी का विरोध करते हैं वो हम पर हथियारों के प्रतिबंध लगाने की बात कह रहे हैं. हालांकि नेतन्याहू के बयान के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति के ऑफिस से उनके बयान पर सफाई दी गई.
फ्रांस के राष्ट्रपति के ऑफिस से कहा गया कि फ्रांस इजरायल का पक्का मित्र है और उसकी सुरक्षा के समर्थन में है. सफाई में आगे कहा गया कि ईरान या उसके समर्थक देशों द्वारा इजरायल पर हमला किया जाता है, तो फ्रांस उसके साथ रहेगा.
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