ईरान के मिसाइल हमले के बाद इजरायल ने कहा था कि शिया गणराज्य ने हमला करके भारी भूल की है और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी. इजरायल ने कहा था कि वो ईरानी हमले का जवाब जरूर देगा, लेकिन उसकी जवाबी कार्रवाई पर सस्पेंस बरकार है. हालांकि इजरायल अपने ऊपर किए गए मिसाइल हमले का बदला लेने के लिए ईरान की ऑयल फैसिलिटी, राष्ट्रपति भवन परिसर, सर्वोच्च नेता नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के आधिकारिक भवन परिसर और रिवोल्यूशनरी गार्ड के मुख्यालय को टारगेट कर सकता है. ये बात चैनल 12 ने सुत्रों के हवाले से कही है.
एक इजरायली सेना के अधिकारी की ओर से समाचार एजेंसी एएफपी को बताया गया कि ईरान के मिसाइल हफ्ते का जवाब सेना हफ्ते के शुरुआत में देने की तैयारी में है. वहीं अमेरिकी विदेश विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि इजरायल ईरान की न्यूक्लियर साइट्स को निशाना नहीं बनाएगा, ऐसा आश्वसन उसकी ओर से बाइडेन प्रशासन को नहीं दिया गया है.
बता दें कि इस हफ्ते की शुरुआत में राषट्रपति बाइडेन ने कहा था कि अगर इजरायल ईरान की न्यूक्लियर साइट्स को टारगेट करता है, तो अमेरिका उसकी इस कार्रवाई का समर्थन नहीं करेगा. उन्होंने ईरानी ऑयल इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमले का भी समर्थन नहीं किया. अगर इजराइल ईरान की तेल सुविधाओं को टारगेट करता है, तो इससे ईरान की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे पर गंभीर असर पड़ सकता है.
वहीं खर्ग आइलैंड पर इजरायल के हमले की अटकले लगाई जा रही हैं. यह आइलैंड ईरान का सबसे बड़ा ऑयल टर्मिनल है. ईरान यहीं से अपना अधिकांश ऑयल एक्सपोर्ट करता है.
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