Bahraich Violence Latest Update: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में मूर्ति विसर्जन को लेकर रविवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. हिंसा में मारे गए युवक के परिजन और आक्रोशित ग्रामीण लगातार आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं. उसी की आड़ में अराजक तत्व आगजनी की घटना और तोड़फोड़ को अंजाम दे रहे हैं. हालांकि, दंगा प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है.
आसपास के जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है. क्षेत्र में पीएसी भी तैनात है. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अमिताभ यश खुद मोर्चा संभाले हुए हैं.विधायक व प्रशासन परिवार के लोगों को अंतिम संस्कार के लिए मनाने में जुट हुए हैं. पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ प्रभावित इलाकों में गश्त पर हैं. महाराजगंज में महसी इलाके में रविवार की शाम को दुर्गा प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था. डीजे की धुन पर लोग ना गा रहे थे.
इस दौरान विशेष समुदाय के लोगों ने गाने को बंद करने को कहा तो दोनों समुदाय के लोगों में कहासुनी होने लगी.देखते ही देखते मारपीट, पथराव और फायरिंग शुरू हो गई. इस फायरिंग में एक युवक राम गोपाल मिश्रा की मृत्यु हो गई और कई लोग घायल हो गये. इस घटना के बाद लोग और आक्रोशित हो गये और बवाल बढ़ गया. बलवाइयों ने सरकारी सम्पत्ति, दुकानों, घरों और वाहनों को आग के हवाले करना शुरू कर दिया.
बवाल बढ़ता देखकर पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए आसपास के जिलों से अतिरिक्त फोर्स मंगवा ली. प्रशासन और पुलिस ने किसी तरह हालात को काबू में किया. बवाल बढ़ता देखकर पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए आसपास के जिलों से अतिरिक्त फोर्स मंगवा ली. प्रशासन और पुलिस ने किसी तरह हालात को काबू में किया.
राम गोपाल का शव पंचनामा के बाद उनके घर ले जाया गया तो परिजन आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. इसके बाद एक बार फिर शांतिपूर्ण माहौल तनावपूर्ण हो गया. लोग लाठी—डंडा लेकर सड़क पर उतर गये. सामने जो कुछ भी दिखता, उसे आग के हवाले कर दे रहे थे. घटना का संज्ञान लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सोमवार को सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अमिताभ यश बहराइच जनपद पहुंचे. उन्होंने मोर्चा संभाला. उपद्रवियों को खदेड़ा.
विधायक और प्रशासन के लोगों ने आश्वासन दिया कि रामगोपाल के गुनाहगारों को बख्शा नहीं जाएगा लेकिन परिजन शव का अंतिम संस्कार करने को राजी नहीं हो रहे हैं. घटना को 15 घंटे से अधिक बीतने के बाद भी बहराइच में भड़की हिंसा की यह आग अभी तक बुझ नहीं पायी है. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी परिवार के लोगों को मनाने में जुटे हुए हैं.
एसटीएफ मुखिया अमिताभ यश पुलिस फोर्स के साथ बहराइच की सड़कों पर हाथ में पिस्टल लेकर उपद्रवियों को दौड़ाते हुए नजर आए. एसटीएफ चीफ के हाथ में पिस्टल देखकर उपद्रवी सरेंडर करते हुए आगे-आगे भाग रहे थे. अमिताभ यश के इस एक्शन का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.इसमें उनके एक हाथ में पिस्टल है और दूसरे हाथ में वह चश्मा पकड़े हुए नजर आ रहे हैं.
इससे पहले लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच हिंसा को लेकर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने उपद्रवियों से सख्ती के साथ निपटने के आदेश दिए. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह बवाल को लेकर अफवाह फैलाने वालों से भी सख्ती से निपटें. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आरोपितों की जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रविवार को महसी के महाराजगंज क्षेत्र के मुस्लिम इलाके से मूर्ति विसर्जन के लिए दुर्गा प्रतिमा ले जाई जा रही थी. उसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों पक्ष आमने—सामने आ गये. इसमें हिन्दू पक्ष से एक युवक की मौत हो गई.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना के बाद तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई तो विभिन्न स्थानों पर मूर्ति विसर्जन को रोक दिया गया था. इसकी आड़ में अराजक तत्वों ने उपद्रव मचाया. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेकर मूति विसर्जन करवाया. मृतक के परिजनों को आश्वासन देकर अंतिम संस्कार कराये जाने का प्रयास किया जा रहा है. इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल, पीएसी और आरएएफ की तैनाती की गई है. 30 लोग हिरासत में लिये गये हैं.
हिन्दुस्थान समाचार
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